सार
MP के मंत्री विजय शाह ने महिला फौजी अधिकारी कर्नल सोफिया को लेकर दिया विवादित बयान, अब सुप्रीम कोर्ट की फटकार और SIT जांच के बाद माफी पर माफी मांग रहे हैं। आखिर ऐसा क्या बोल गए थे शाह, जो तीन बार झुककर भी नहीं मिला चैन?
MP Minister Vijay Shah FIR: मध्यप्रदेश के महू से भाजपा विधायक और राज्य मंत्री विजय शाह ने 11 मई को एक कार्यक्रम के दौरान ऑपरेशन सिंदूर की बहादुर कमांडर कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक बयान दिया। शाह ने कहा – "मोदी जी ने उसकी बहन को पाकिस्तान में उसकी ऐसी-तैसी करने भेजा..." यह वाक्य कर्नल सोफिया के लिए नहीं, बल्कि सीधे देश की बेटियों और सेना के सम्मान के खिलाफ माना गया।
कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी?
- भारतीय सेना की प्रतिष्ठित महिला अधिकारी
- हाल ही में पाकिस्तान में आतंकियों के खिलाफ किए गए ऑपरेशन सिंदूर की अगुवाई की
- पहली भारतीय महिला जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र मिशन में भागीदारी की थी
- देश की गर्व की प्रतीक – लेकिन विजय शाह के बयान ने इसी गरिमा को ठेस पहुंचाई
सोशल मीडिया पर विस्फोट, नेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं
बयान के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर #ShameOnVijayShah ट्रेंड करने लगा। ट्विटर से लेकर इंस्टाग्राम तक लोग मंत्री को बर्खास्त करने की मांग करने लगे। कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा, "जिसने देश की बेटी का अपमान किया, वह मंत्री पद पर कैसे बना रह सकता है?" प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, "बेटियों की सुरक्षा का ढोंग करने वाली भाजपा अपने मंत्री से माफी क्यों नहीं मंगवाती?"
FIR और हाईकोर्ट का दखल
14 मई को इंदौर हाईकोर्ट के आदेश पर मानपुर थाने में IPC की धाराओं 294, 504, 505(1)(B) के तहत FIR दर्ज की गई। इसके अलावा SC/ST एक्ट की धारा 3(1)(s) भी जोड़ी गई, क्योंकि बयान में जातिगत और लैंगिक अपमान की झलक थी।
3 बार माफी के लिए झुके मंत्री
- 13 मई को विजय शाह ने पहला वीडियो जारी किया – “मेरे शब्दों को तोड़ा-मरोड़ा गया।”
- 14 मई को दूसरा वीडियो – “मैं सेना का सम्मान करता हूं, माफ कर दीजिए।”
- 23 मई को तीसरी बार फिर माफी – “मैं दिल से शर्मिंदा हूं।”
लेकिन जनता और कोर्ट ने इसे महज़ राजनीतिक बचाव मानते हुए खारिज कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट की फटकार: "अब माफी का कोई अर्थ नहीं"
19 मई 2025 को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस पंकज मिठल की बेंच ने कहा, “एक जिम्मेदार मंत्री होने के बावजूद आपने ऐसा अमर्यादित बयान दिया। अब ये माफी नहीं, मजबूरी लगती है।” कोर्ट ने तत्काल SIT गठन का आदेश दिया और कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
SIT बनी, जांच शुरू – शाह ने खुद को किया सीमित
तीन सदस्यीय SIT गठित की गई, जिसमें शामिल हैं:
- प्रमोद वर्मा (IG सागर रेंज)
- कल्याण चक्रवर्ती (DIG SAF)
- वाहिनी सिंह (SP डिंडौरी)
SIT अब पूरे वीडियो, बयानों और ग्राउंड रिपोर्ट के आधार पर जांच कर रही है। उधर, शाह ने खुद को पब्लिक अपीयरेंस से दूर कर लिया है। वे केवल अपने वकील और कुछ करीबी सहयोगियों से ही मिल रहे हैं।
टाइमलाइन: कब क्या हुआ?
तारीख : घटनाक्रम
- 11 मई : मंत्री विजय शाह का विवादित बयान
- 13 मई: पहला वीडियो बयान (माफी)
- 14 मई: हाईकोर्ट के आदेश से FIR दर्ज
- 16 मई: सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर
- 19 मई: सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी, SIT का गठन
- 23 मई: तीसरी बार माफी का वीडियो
- 28 मई: SIT रिपोर्ट पेश करने की आखिरी तारीख
क्या होगी अगली कार्रवाई?
- अब सभी की निगाहें 28 मई पर हैं। SIT की रिपोर्ट के आधार पर तय होगा:
- क्या विजय शाह की गिरफ्तारी होगी?
- क्या वे मंत्री पद से हटाए जाएंगे?
- क्या भाजपा उन्हें पार्टी से निलंबित करेगी?