सार
भोपाल के मेंडोरी जंगल से बरामद 52 किलो सोना और 11 करोड़ कैश केस में बड़ा खुलासा। ED ने पूर्व आरटीओ कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा, उसकी पत्नी, मां और अन्य सहयोगियों को आरोपी बनाया। मनी लॉन्ड्रिंग जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
Saurabh Sharma ED Charge: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मेंडोरी इलाके के जंगल में खड़ी एक कार से मिले 52 किलो सोने और 11 करोड़ रुपये नकद के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ा खुलासा किया है। इस मामले में ईडी ने कोर्ट में चालान पेश करते हुए पूर्व आरटीओ कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा, उसकी पत्नी, मां और अन्य सहयोगियों को आरोपी बनाया है।
कैसे हुआ खुलासा?
मार्च 2024 में मेंडोरी के जंगलों में खड़ी एक कार से बड़ी मात्रा में अवैध संपत्ति मिलने की सूचना मिली थी। स्थानीय प्रशासन और पुलिस की शुरुआती जांच के बाद मामला प्रवर्तन निदेशालय (ED) को सौंपा गया। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत जांच शुरू की और अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी में से एक की पुष्टि की।
ED की चार्जशीट में क्या है?
- कोर्ट में दाखिल चार्जशीट के अनुसार: कार से बरामद 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपये नकद सौरभ शर्मा की अवैध कमाई है।
- यह रकम घूस, दलाली और फर्जी दस्तावेजों के जरिए इकट्ठी की गई थी।
- सौरभ शर्मा की पत्नी और मां भी इस रकम के लेन-देन और छिपाने की साजिश में शामिल थीं।
- इसके साथ ही चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल नाम के दो सहयोगी और उनकी कंपनियों के डायरेक्टर्स को भी आरोपी बनाया गया है।
संदिग्ध लेन-देन और कंपनियों का जाल
ईडी ने अपनी जांच में पाया कि सौरभ शर्मा और उसके सहयोगियों ने कई फर्जी कंपनियां और अकाउंट खोल रखे थे, जिनमें यह पैसा ट्रांसफर किया गया। कई लेन-देन बेनामी खातों और शेल कंपनियों के जरिए किए गए, ताकि अवैध कमाई का सोर्स न पकड़ा जा सके।
लोकायुक्त से मिली जमानत, लेकिन ED ने दिखाई तत्परता
लोकायुक्त पुलिस की धीमी कार्रवाई के चलते सौरभ शर्मा और उसके साथियों को कोर्ट से जमानत मिल गई थी क्योंकि 60 दिन में चालान पेश नहीं हुआ था, लेकिन ईडी ने वक्त रहते कार्रवाई करते हुए मंगलवार को चार्जशीट दाखिल कर दी।
अब क्या होगी अगली कार्रवाई?
- ईडी अब इन आरोपियों की संपत्ति को कुर्क करने की तैयारी में है।
- कोर्ट से अनुमति लेकर जल्द ही आरोपियों की चल-अचल संपत्ति को जब्त किया जा सकता है।
- यह केस अब PMLA स्पेशल कोर्ट में ले जाया जाएगा जहां कठोर सजा की मांग की जाएगी।
आरोपी कौन-कौन?
नाम | भूमिका |
सौरभ शर्मा | पूर्व आरटीओ कॉन्स्टेबल, मुख्य आरोपी |
सौरभ की पत्नी | सहआरोपी, बैंक ट्रांजैक्शन में शामिल |
सौरभ की मां आरोपी | संपत्ति छिपाने में मददगार |
चेतन सिंह गौर | सहयोगी, लेन-देन में भूमिका |
शरद जायसवाल कारोबारी | संदिग्ध कंपनियों से जुड़ा |
अन्य डायरेक्टर्स | फर्जी कंपनियों से लेनदेन में शामिल |
पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा का पूरा परिवार शामिल
मेंडोरी जंगल सोना-कैश कांड मध्य प्रदेश के सबसे बड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में से एक बन चुका है। इसमें न सिर्फ एक सरकारी कर्मचारी बल्कि पूरा परिवार, व्यापारी और संस्थागत नेटवर्क शामिल है। ईडी की सक्रियता और चार्जशीट ने मामले को गंभीर मोड़ दे दिया है। आने वाले समय में इस मामले से कई और बड़े नामों का खुलासा हो सकता है।
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