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जादू से बीमार हुई पत्नी, बदले में मार डाला बेटा! खंडवा में दिल दहला देने वाले हत्याकांड का क्या था काला सच? अब पता चला
मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में जादू-टोने के शक में एक युवक की कुल्हाड़ी से हत्या कर दी गई। कोर्ट ने इसे जघन्य अपराध मानते हुए आरोपियों को उम्रकैद और जुर्माने की सजा सुनाई है। पढ़ें पूरी कहानी।
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बेटे की हत्या में बाप को उम्रकैद
मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के खालवा थाना क्षेत्र में जादू-टोने के शक में हुई युवक की हत्या के सनसनीखेज मामले में हरसूद कोर्ट ने दो आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। कोर्ट ने इसे जघन्य और चिन्हित अपराध की श्रेणी में रखते हुए दोनों दोषियों पर 1-1 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
क्या था पूरा मामला?
यह घटना 16 सितंबर 2022 को सामने आई थी, जब खालवा पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम बाटला के जंगल में एक अज्ञात युवक की लाश मिली है। गर्दन पर धारदार हथियार से हमले के गहरे निशान थे। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव की पहचान महाजन पिता समलु गोड के रूप में की।
हत्या का चौंकाने वाला कारण – जादू-टोना!
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी नितेश और उसके साथी सुरेश उर्फ गोपाल ने यह हत्या मिलकर की। पूछताछ में नितेश ने बताया कि उसे शक था कि महाजन का पिता समलु उसके परिवार पर जादू-टोना करता है, जिसकी वजह से उसकी पत्नी और घरवाले अक्सर बीमार रहते थे।
शहद के बहाने जंगल बुलाया और कर दी हत्या
बदला लेने के इरादे से नितेश ने महाजन को जंगल में ‘शहद का छत्ता तोड़ने’ का झांसा दिया। जैसे ही वह एक पेड़ के नीचे बैठा, नितेश ने उसकी गर्दन पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया। हत्या के बाद शव को छिपाने के लिए नाले में फेंक दिया गया। हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी, मोबाइल और आरोपियों के कपड़े पुलिस ने जब्त किए।
अदालत का फैसला: उम्रकैद और जुर्माना
प्रकरण में सहायक लोक अभियोजन अधिकारी अनिल चौहान द्वारा केस की पैरवी की गई। कोर्ट ने घटना को अंधविश्वास और पूर्व नियोजित हत्या मानते हुए दोषियों को आजीवन कारावास की सजा दी।
जब अंधविश्वास बन जाए जानलेवा
खंडवा की यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि किस तरह अंधविश्वास और जादू-टोने की धारणा आज भी ग्रामीण समाज में खून-खराबे का कारण बनती है। इस मामले ने न सिर्फ एक निर्दोष की जान ली, बल्कि दो लोगों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।