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मौत वाला मजाकः दोस्त की बॉडी में कंप्रेसर से भर दी हवा, फट गई नसें और फिर...
MP के इंदौर में एक मजदूर की दर्दनाक मौत, जब उसके दोस्तों ने मजाक में उसके शरीर में कंप्रेसर से हवा भर दी। नसें फटने से मौत, अस्पताल में रहस्यमयी हालात में छोड़ा गया शव। पढ़ें पूरी मिस्ट्री।
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शरारत या हत्या? पांच दोस्तों ने ली मज़दूर की जान
Indore News: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर से एक बेहद चौंकाने वाली और दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां आजाद नगर इलाके की एक दाल मिल में काम करने वाले एक दिहाड़ी मजदूर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि उसके ही पांच दोस्तों ने मजाक के तौर पर उसके शरीर में कंप्रेसर से हवा भर दी, जिसके चलते उसकी नसें फट गईं और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
कौन था मृतक मजदूर?
मृतक की पहचान 30 वर्षीय मोतीराम के रूप में हुई है, जो मूल रूप से खरगोन जिले का रहने वाला था और इंदौर में रहकर एक स्थानीय दाल मिल में मजदूरी करता था। हर दिन की तरह वह रविवार सुबह भी काम पर गया था, लेकिन घर वापस नहीं लौटा।
मजाक बना मौत की वजह
पुलिस और फैक्ट्री के प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार, मोतीराम के पांच साथियों ने शरारत के चलते उसके शरीर में एयर कंप्रेसर से जबरन हवा भर दी। यह हरकत इतनी घातक साबित हुई कि उसके शरीर की नसें फट गईं और गंभीर आंतरिक चोटें लग गईं।
गुप्तांगों से बह रहा था खून, अस्पताल में तोड़ा दम
घटना के बाद एक व्यक्ति ने मोतीराम को गंभीर हालत में ई-रिक्शा से एमवाय अस्पताल पहुंचाया, लेकिन अस्पताल के कर्मचारियों को चकमा देकर भाग गया। डॉक्टरों ने बताया कि जब मोतीराम को लाया गया तो उसके गुप्तांगों से खून बह रहा था और हालत बहुत नाजुक थी। सभी कोशिशों के बावजूद मोतीराम की मौत हो गई।
मैनेजर की भूमिका संदिग्ध
फैक्ट्री मैनेजर धीरज लोवंशी को इस मामले में संदिग्ध माना जा रहा है। धीरज चार महीने पहले ही नौकरी पर रखा गया था और वही मजदूरों को फैक्ट्री से लाने-ले जाने का काम करता था। जांच में सामने आया कि वही व्यक्ति मोतीराम को अस्पताल लेकर गया था और भाग गया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
CCTV में नहीं कैद हुई घटना
हालांकि फैक्ट्री में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे, लेकिन जिस जगह यह घटना हुई वहां हरी जाली लगी हुई थी। इससे घटना कैमरे में कैद नहीं हो सकी। पुलिस ने DVR जब्त कर लिया है और वीडियो फुटेज की बारीकी से जांच की जा रही है।
परिवार को एक घंटे में मिला मौत का संदेश
मोतीराम के भाई शेरू ने बताया कि सुबह करीब 6:45 बजे उनकी अपने भाई से बात हुई थी और उसने कहा था कि वह जल्द ही घर आ जाएगा। एक घंटे बाद शेरू को फैक्ट्री से फोन आया कि मोतीराम का एक्सिडेंट हो गया है और वह अस्पताल में भर्ती है। जब शेरू अस्पताल पहुंचा, तब तक बहुत देर हो चुकी थी – मोतीराम दम तोड़ चुका था।
पुलिस हत्या, लापरवाही और साजिश के एंगल से कर रही जांच
संयोगितागंज पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और पूरे घटनाक्रम की जांच कई एंगल से की जा रही है – जिसमें लापरवाही, मजाक की आड़ में की गई साजिश और हत्या जैसे पहलू शामिल हैं। इस दर्दनाक हादसे ने शहर के मजदूर वर्ग और आम लोगों को झकझोर कर रख दिया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या मजदूरों की सुरक्षा का कोई इंतज़ाम नहीं है? क्या ऐसे "मजाक" को सिर्फ खेल समझा जाएगा?