Indore murder case: शौचालय में सास की हत्या, सिर पर पत्थर से ताबड़तोड़ वार! नेहा ने क्यों ली गोमती की जान? गले पर निशान, आत्महत्या की धमकी और थाने में अनसुनी शिकायतें — रिश्तों का ये खूनी खेल या सिस्टम की चूक? पूरा सच जानिए!
Daughter-in-law kills mother-in-law: MP के इंदौर के शीतल नगर में रविवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसमें बहू ने अपनी सास की हत्या कर दी। मृतका की पहचान 47 वर्षीय गोमती चौधरी के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, सास और बहू के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था।
क्या घरेलू तनाव बना खून की वजह?
गोमती की बहू नेहा (25) ने पुलिस को बताया कि सास उसे बार-बार ताने मारती थी। कहती थी कि वह बच्चों को खा जाएगी और घर में सुख नहीं रहने देगी। इस मानसिक दबाव ने झगड़े को हिंसक बना दिया। विवाद इतना बढ़ा कि नेहा ने गोमती को खींचकर टॉयलेट में ले जाकर पत्थर से सिर पर ताबड़तोड़ वार कर दिए।
मौत तक सिर पर वार, फिर भी नहीं रुकी
चश्मदीदों के अनुसार, नेहा तब तक वार करती रही जब तक गोमती की सांसें थम नहीं गईं। वारदात के बाद जब पति और बेटा घर लौटे, तो गोमती खून से लथपथ टॉयलेट में पड़ी थीं। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
क्या हत्या से पहले गला घोंटा गया?
पोस्टमार्टम से पहले प्राथमिक जांच में गले पर भी निशान मिले हैं, जिससे आशंका जताई जा रही है कि नेहा ने पहले सास का गला घोंटने की कोशिश की, फिर पत्थर से सिर कुचलकर हत्या की।
आत्महत्या की धमकियां देती थी बहू
परिवार के अनुसार, नेहा की मानसिक स्थिति कुछ समय से ठीक नहीं थी। वह पहले भी आत्महत्या की धमकियां दे चुकी थी और शनिवार को छत से कूदने की कोशिश की थी। मायके वालों को भी इस तनाव की जानकारी दी गई थी।
थाने पहुंची थी शिकायत, नहीं हुई सुनवाई?
परिजनों का दावा है कि रविवार सुबह ही गोमती पुलिस स्टेशन में बहू की शिकायत लेकर गई थीं, लेकिन उसे 'पारिवारिक मामला' बताकर लौटा दिया गया। 8 दिन पहले भी ऐसी ही शिकायत की गई थी। हालांकि, पुलिस का कहना है कि थाने में कोई लिखित शिकायत नहीं आई थी।
बहू गिरफ्तार, पुलिस कर रही गहन जांच
फिलहाल नेहा को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस उसकी मानसिक स्थिति की भी जांच करवा रही है। हत्या का मकसद घरेलू झगड़ा माना जा रहा है, लेकिन गले पर निशान और वार की बर्बरता को देखते हुए गहराई से जांच की जा रही है।
यह घटना क्यों खास है?
यह केस सिर्फ एक घरेलू झगड़े का परिणाम नहीं लगता। जिस तरह हत्या की गई, उसमें आक्रोश, मानसिक दबाव और शायद पूर्व नियोजित गुस्से की झलक है। यह सिर्फ सास-बहू का मामला नहीं, बल्कि सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य का संकेत भी है।