इंदौर/लखनऊ। मेघालय हनीमून मर्डर केस में हर दिन चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पुलिस का दावा है कि सोनम रघुवंशी ने पति राजा की हत्या के बाद न सिर्फ अपने प्रेमी राज कुशवाह से संपर्क साधा, बल्कि इंदौर लौटकर उससे एक किराए के कमरे में मिली और फिर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले तक पहुंच गई।

हत्या के बाद सोनम का इंदौर वापसी और प्रेमी राज से मुलाकात

मेघालय में 21 मई को पति राजा की हत्या के बाद सोनम 23 मई को इंदौर लौटी। पुलिस का कहना है कि वह यहां अपने प्रेमी राज कुशवाह से मिली और आगे की रणनीति बनाई। इस दौरान उसने मोबाइल में दूसरा सिम इस्तेमाल किया और लोकेशन शेयरिंग से अपने प्रेमी को गाइड करती रही।

सोनम रघुवंशी ने ट्रेन से गुवाहाटी-पटना का चकमा

पुलिस ने दावा किया कि सोनम ने फ्लाइट न लेकर जानबूझकर ट्रेन से सफर किया ताकि किसी तरह की ट्रैकिंग न हो। गुवाहाटी से पटना के लिए यात्रा की और फिर वहां से अलग-अलग माध्यमों से यूपी पहुंची।

CCTV फुटेज और मोबाइल डेटा ने खोली सोनम की पोल

जांच में सामने आया कि सोनम ने गुवाहाटी से पटना तक की यात्रा जानबूझकर की ताकि पुलिस भ्रमित हो जाए। मोबाइल रिकॉर्ड, सीसीटीवी फुटेज और लोकेशन डेटा से साबित होता है कि यह सब पूर्व नियोजित था।

 सोनम का UP में "भूलने की बीमारी" का नाटक

गाजीपुर वन स्टॉप सेंटर में पहुंचने के बाद सोनम ने खुद को पीड़िता बताकर भूलने की बीमारी का दावा किया। लेकिन सात घंटे सोने, शांत चेहरा और किसी भी दुख के संकेत न होने से स्टाफ और पुलिस को शक हुआ। एक महिला अधिकारी ने कहा- "वो एकदम सामान्य थी, जैसे उसे कुछ फर्क ही न पड़ा हो।" उसका चेहरा सूजा हुआ था, बाल बिखरे हुए थे, शांत स्वभाव था, जिससे स्टाफ़ हैरान रह गया। एक महिला अधिकारी ने बताया, "वह दुल्हन जैसी बिल्कुल नहीं लग रही थी। न कोई दुख, न ही पति का ज़िक्र। बस थकान और नींद थी।"

हत्या की पूरी साजिश: 17 मई को प्लान, 21 को एक्जीक्यूशन

इंदौर पुलिस के अनुसार, हत्या की साजिश 17 मई को रची गई थी, शादी के छह दिन बाद और यात्रा से तीन दिन पहले। सोनम 15 मई को अपने मायके लौटी थी और दूसरे सिम पर राज से फिर से जुड़ी थी। 16 मई को वे घंटों बात करते रहे। अगले दिन, राज ने कथित तौर पर इंदौर के सुपर कॉरिडोर के एक रेस्तरां में अपने तीन बचपन के दोस्तों - आकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान और आनंद कुर्मी से मुलाकात की, जहाँ हत्या की योजना बनाई गई थी। तीनों इंदौर से नई दिल्ली होते हुए गुवाहाटी के लिए ट्रेन से निकले, 21 मई को शिलांग पहुंचे और कथित तौर पर किराये की कार से जोड़े का पीछा किया। पुलिस ने आरोप लगाया कि सोनम ने लाइव लोकेशन भेजी, राजा को फोटो खींचने के लिए सुनसान जगहों पर बुलाया और सही मौके का इंतजार किया।

साेनम रघुवंशी की याददाश्त गुम – झूठ या योजना?

यूपी पुलिस का मानना है कि सोनम की "मैं कुछ नहीं जानती" वाली स्टोरी एक एक्टिंग है। फोन रिकॉर्ड और राज को भेजे गए मैसेज उसकी कहानी को झूठा साबित करते हैं। पुलिस का कहना है – ये पूरा प्लान सोच-समझकर बनाया गया था। इंदौर में एक अधिकारी ने बताया, "उन्होंने पहले उसे जंगल में एक चट्टान से नीचे धकेलने की कोशिश की, लेकिन यह कामयाब नहीं हुआ।" "इसके बजाय, हमलावरों ने गुवाहाटी से खरीदी गई एक कुल्हाड़ी का इस्तेमाल किया और सोनम के सामने एक सुदूर इलाके में राजा को मौत के घाट उतार दिया।" यूपी पुलिस ने कहा कि सोनम के फोन रिकॉर्ड और राज को भेजे गए संदेश उसकी याददाश्त खोने और बंधक बनाए जाने के दावों का खंडन करते हैं। जांचकर्ताओं ने कहा कि पूछताछ के दौरान उसकी चुप्पी, उदासीन व्यवहार और यूपी वापस लौटने का विस्तृत रास्ता आघात की बजाय सोची-समझी भागने की ओर इशारा करता है।