सार
burhanpur news : बुरहानपुर के असीरगढ़ गांव में खेतों से मुगलकालीन सोने के सिक्के मिलने की अफवाह फैलने पर लोगों ने खुदाई शुरू कर दी। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है। पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं।
बुरहानपुर, सोचिए अगर आपको पता चले कि कहीं जमीन से सोने के सिक्के निकल रहे हैं तो आप भी दौड़ पड़ेंगे। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बुरहानपुर (burhanpur) जिले में कुछ ऐसी घटना सामने आई है। जहां असीरगढ़ (Asirgarh) गांव में अफवाह फैली की खेतों से मुगलकालीन सोने के सिक्के (mughals gold coins) मिल रहे हैं, तो फिर क्या था बच्चे-बूढ़े और जवान सब खेत कि तरफ भागने लगे। देखते ही देखते लोगों ने वहां जमकर खुदाई कर डाली।
पहले भी बुरहानपुर में सोने के सिक्के निकालने पहुंचे थे लोग
दरअसल, यह बुरहानपुर के असीरगढ़ गांव में जमीन से सिक्के के निकलने की यह घटना पहली बार नहीं है। इससे पहले भी ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ दिन पहले ही गांव के लोगों ने इसी जगह खुदाई की थी, तो कुछ सिक्के लोगों को मिले भी थे। लेकिन फसल खराब होने के कारण पुलिस-प्रशासन ने सख्ती की तो खुदाई बंद हो गई थी। लेकिन अब फिर लोग अफवाह सुनकर खुदाई करने लगे हैं। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है।
मुगलकालीन सिक्कों में र्दू और अरबी में कुछ लिखा
वहीं इस पूरे मामले पर एक स्थानीय निवासी जयप्रकाश नाम के युवक ने मीडिया को बताया कि हमारे गांव धूलकोट से भी कई लोग असीरगढ़ के खेत में सिक्के ढूंढने के लिए बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात पहुंचे थे। जब मुझे कुछ अजीब लगा तो मैं भी इसकी हकीकत जानने के लिए वहां पहुंचा। तो वहां का नजारा एकदम अनोखा था, लोग मोबाइल की टार्च में जमीन की खुदाई कर रहे थे। जब मैंने उनसे पूछा कि सच में यहां सिक्के मिलते हैं तो उन्होंने मुझे पीतल के सिक्के भी दिखाए। जिसमें उर्दू और अरबी में कुछ लिखा हुआ है, जिसे लोगों ने मुगलकालीन के वक्त के सोने के सिक्के बताए।
जानिए क्या कहता है असीरगढ़ गांव का इतिहास
वहीं इस पूरे मामले पर स्थानीय लोगों का कहना है कि असीरगढ़ पहले ऐतिहासिक शहर हुआ करता था। जिसकी आबादी 7 लाख से 8 लाख की थी। जहां मुगलों का शासक था, वह यहां रहते थे। यहां पर मुगलों के सैनिक छावनियां थी और घोड़े का अस्तबल भी हुआ करता था। जब युद्ध के बाद सैनिक यहां आते थे तो लूट का सामान खेतों में या जमीन में गड्ढा देते थे। वहीं यहां के लोग भी अपना खजाना लूट के डर से जमीन में गड्ढा खोदकर छुपा दिया करते थे ताकि वह सुरक्षित रहे। इस वजह से कुछ लोगों को पहले यहां जमीन से सोने के किस्के मिले थे। लोगों को मानना है कि अभी यहां पर और भी सोने का खजाना दबा हआ है। वहीं पुरातत्व विभाग के एक जानकार का कहना है कि असीरगढ़ ऐतिहासिक क्षेत्र रहा है। यहां पुराने सिक्के मिलना संभव है, लेकिन इसकी पुष्टि जांच के बाद ही हो सकती है। यहां पर ब्रिटिशों का शासन, नादिर शाह, नासिर फारूक और अकबर का भी यहां पर आधिपत्य रह चुका है ।