बिहार चुनाव में सीएम डॉ. मोहन यादव ने बगहा, सहरसा और सिकटा में एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में रैली की। कांग्रेस और महागठबंधन पर तीखा हमला बोला। बोले – “आपके हाथ में है सुदर्शन चक्र, नापाक गठबंधनों का नाश जरूरी है।”
बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक पारा चढ़ता जा रहा है। बुधवार को इस सियासी माहौल में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बिहार की तीन विधानसभा सीटों, बगहा, सहरसा और सिकटा में एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में धुआंधार रैलियां कीं। रैलियों में उमड़े जनसैलाब को देखकर उन्होंने कहा, “आपके हाथ में अब सुदर्शन चक्र है, यह समय है कांग्रेस और महागठबंधन जैसे नापाक गठबंधनों का हिसाब करने का।”
बगहा, सहरसा और सिकटा में डॉ. यादव का ‘एनडीए शंखनाद’
बगहा में राम सिंह, सहरसा में आलोक रंजन झा, और सिकटा में समृद्ध वर्मा के समर्थन में प्रचार करते हुए सीएम मोहन यादव ने कहा कि बिहार आज उस दौर में नहीं है, जब लोग सूर्यास्त से पहले घर लौटने को मजबूर थे। उन्होंने कहा — “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार और देश दोनों बदल चुके हैं। पूर्णिया में एयरपोर्ट बन चुका है, सिक्स लेन सड़कों का जाल बिछ चुका है, और विकास अब गांव-गांव तक पहुंच चुका है।”
“कांग्रेस ने सैनिकों का अपमान किया, अब जनता करेगी हिसाब”
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं को शर्म आनी चाहिए, जो देश की सेना के पराक्रम पर सवाल उठाते हैं। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के लोग न देश का सम्मान करते हैं, न जनता का। विदेशों में जाकर भारत की छवि खराब करते हैं। अब जनता को इनसे हिसाब लेना चाहिए।” उन्होंने श्रीकृष्ण और शिशुपाल का उदाहरण देते हुए कहा, “भगवान श्रीकृष्ण ने 100 गलतियां माफ कीं, लेकिन जब हद पार हुई तो सुदर्शन से शिशुपाल का अंत किया। अब वही वक्त आ गया है, जब इन नापाक गठबंधनों को जनता के सुदर्शन चक्र से जवाब देना है।”
“राजद और कांग्रेस का गठबंधन बिहार के लिए दुर्भाग्य”
डॉ. यादव ने कहा कि राजद का कांग्रेस के साथ खड़ा होना बिहार के लिए दुर्भाग्य है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस अब डूबता जहाज है, और राजद ने उसी से हाथ मिला लिया है। जिन लोगों ने कभी राजद अध्यक्ष को जेल में डाला, उन्हीं की बेटी का नाम मीसा रखा गया। यह राजनीति नहीं, अवसरवाद है।”
“कांग्रेस परिवारवाद की पार्टी, भाजपा सबका साथ निभाने वाली पार्टी”
डॉ. यादव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक परिवार की बपौती बनकर रह गई है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक सिर्फ एक ही परिवार से प्रधानमंत्री और अध्यक्ष क्यों? क्या बाकी कांग्रेसियों में काबिलियत नहीं?” वहीं भाजपा की कार्यसंस्कृति पर उन्होंने कहा, “मैं खुद इसका उदाहरण हूं। न मेरे परिवार में कोई विधायक था, न सांसद, फिर भी मुझे मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला। यही है मोदी का मंत्र — सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास।”
“बिहार जो करता है, अलग करता है”
सीएम मोहन यादव ने बिहार की तारीफ करते हुए कहा कि यहां के लोग सबसे बुद्धिमान और मेहनती हैं। “बिहार से जितने IAS, IPS, डॉक्टर और इंजीनियर निकलते हैं, उतने किसी और राज्य से नहीं। बिहार हमेशा कुछ अलग करता है।” उन्होंने कहा कि भाजपा ने दलित, पिछड़े और गरीब तबकों के उत्थान के लिए ठोस कदम उठाए हैं। “प्रधानमंत्री मोदी ने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन, गरीबों को घर, और हर रसोई में गैस का चूल्हा दिया है। गरीब का बेटा जब प्रधानमंत्री बनता है, तब लोकतंत्र जीवंत होता है।”
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“महागठबंधन नहीं, महाठगबंधन”
सीएम मोहन यादव ने विपक्ष पर व्यंग्य करते हुए कहा “महागठबंधन बोलें या महाठगबंधन, इनके नेता जनता का अपमान करने वाली भाषा बोलते हैं। बिहार की जनता अब ठान चुकी है कि इस बार ‘लायक’ के साथ रहेगी, ‘नालायक’ के साथ नहीं।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की अर्थव्यवस्था को 11वें स्थान से 3रे स्थान तक पहुंचाया है, जबकि विपक्ष सिर्फ नफरत और झूठ की राजनीति कर रहा है।
“भगवान राम और बिहार का रिश्ता पवित्र और विशेष”
डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने अपनी सनातनी और सांस्कृतिक विरासत को फिर से संजोया है। उन्होंने कहा, “भगवान श्रीराम बिहार के दामाद हैं। कांग्रेस ने कभी उनके जन्मस्थान पर विरोध किया, लेकिन आज मोदी जी के कारण अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन चुका है। यह हमारी संस्कृति की विजय है।”
“भगवान कृष्ण की लीलाओं से सीखिए, गरीब को मत भूलिए”
डॉ. यादव ने श्रीकृष्ण और सुदामा की कथा का जिक्र करते हुए कहा कि जीवन में जो सक्षम हैं, उन्हें अपने दोस्तों और जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए। “भगवान कृष्ण ने सुदामा की गरीबी देखकर उनकी मदद की, लेकिन उन्हें अपमानित नहीं होने दिया। यही सच्चा धर्म है।”
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