सार

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अरवल्ली जिले के भिलोड़ा में 43 करोड़ की लागत से बने 125 बेड के उप जिला अस्पताल का उद्घाटन किया। साथ ही 282 करोड़ के अन्य विकास कार्यों का भी लोकार्पण व शिलान्यास किया गया।

गांधीनगर, 20 अप्रैल : मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने साफ तौर पर कहा कि राज्य के दूरदराज के गांवों के लोगों को आवश्यकता पड़ने पर नजदीकी स्थान पर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने उप जिला अस्पतालों के निर्माण का दृष्टिकोण अपनाया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने रविवार को अरवल्ली जिले को एक ही दिन में एक उप जिला अस्पताल सहित 282 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात देते हुए यह बात कही। अरवल्ली जिले के भिलोडा सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र को 43 करोड़ रुपए के खर्च से अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ 125 बिस्तरों वाले उप जिला अस्पताल में अपग्रेड किया गया है।

श्री पटेल ने मोडासा में आयोजित कार्यक्रम में 15 करोड़ रुपए के खर्च से नवनिर्मित आइकॉनिक बस पोर्ट, 140 करोड़ रुपए के खर्च से बनने वाली सड़कों, समरस कन्या और कुमार छात्रावास, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, नगर पालिका के विकास कार्य और स्कूलों में स्मार्ट क्लास आदि का लोकार्पण और शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में सर्वांगीण विकास की यात्रा का अंतिम छोर के गांवों तक विस्तार हुआ है। अब गांवों में भी चौबीसों घंटे सातों दिन बिजली, सुदृढ़ रोड कनेक्टिविटी और स्वास्थ्य सेवाएं पहुंच गई हैं। उन्होंने इस संदर्भ में कहा कि तहसीलों में आवश्यकतानुसार जिला मुख्यालय जैसे सिविल अस्पताल बनाने के लिए सरकार ने उप जिला अस्पतालों के निर्माण की योजना बनाई है।

ऐसे उप जिला अस्पताल 16 तहसीलों में संचालित हैं, जिनमें 100 बिस्तरों की सुविधा के साथ ही विभिन्न रोग विशेषज्ञों की सेवाएं उपलब्ध हैं। इस वर्ष आदिवासी क्षेत्र निझर और द्वारका जिले के कल्याणपुर में ऐसे अस्पताल बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने छोटे से छोटे व्यक्ति तक शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास, कनेक्टिविटी और जलापूर्ति जैसी श्रेष्ठ बुनियादी सुविधाओं को आसानी से पहुंचाने का दृष्टिकोण अपनाया है।

मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट जैसी सुविधा वाले आइकॉनिक बस पोर्ट और अत्याधुनिक समरस छात्रावासों का उदाहरण देते हुए राज्य सरकार द्वारा बेटे-बेटियों की पढ़ाई को प्रोत्साहन और सहायता देने के लिए शुरू की गई ‘नमो लक्ष्मी’ और ‘नमो सरस्वती’ योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने राज्य मंत्री श्री भीखू सिंह जी द्वारा अरवल्ली जिले के लोगों के लिए एक यूनिवर्सिटी खोलने की मांग पर विचार करने का संकेत भी दिया।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ‘विकसित भारत@2047’ के निर्माण के लिए दिए गए नौ संकल्पों को दोहराते हुए सभी नागरिकों से यह आह्वान किया कि वे इन संकल्पों को साकार करने में सहयोग करें। मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने इस कार्यक्रम में लाभार्थियों को प्रतीकात्मक रूप से उपकरण-सहायता का वितरण भी किया।

इस अवसर पर शिक्षा मंत्री श्री कुबेरभाई डिंडोर ने कहा कि आज का कार्यक्रम ऐतिहासिक है। आज विकास के एक नए अध्याय की शुरुआत हो रही है। हमारी गुजरात सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक विकास में सफलता प्राप्त की है। गुजरात सरकार ने सभी क्षेत्रों में नागरिकों के कल्याण के लिए निर्णय किए हैं। अरवल्ली जिले में धर्मतंत्र, राजतंत्र और प्रजातंत्र का समन्वय देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि हम राज्य के सभी विद्यालयों को स्मार्ट बनाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। हमारे स्कूली बच्चे टेक्नोलॉजी से वंचित न रह जाएं, इसके लिए सभी स्कूलों को टेक्नोलॉजी से जोड़ रहे हैं।

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री श्री भीखूसिंह जी परमार ने कहा कि गुजरात मॉडल देशभर में प्रसिद्ध हो गया है। आज हम सभी साथ मिलकर 282.78 करोड़ रुपए के विकास कार्यों के उत्सव का हिस्सा बनने जा रहे हैं। ये सभी विकास कार्य जिले के विकास को एक नई दिशा देंगे। उन्होंने मेश्वो डैम पर पक्की सड़क बनाने और जिले में एक यूनिवर्सिटी खोलने की मांग भी की।

कार्यक्रम में सांसद श्रीमती शोभनाबेन बारैया, भिलोडा के विधायक श्री पी.सी. बरंडा, बायड के विधायक श्री धवलसिंह झाला, अरवल्ली जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रियंकाबेन डामोर, मोडासा तहसील पंचायत अध्यक्ष श्रीमती स्नेहलबेन पटेल, मोडासा नगर पालिका अध्यक्ष श्री नीरज शेठ, अरवल्ली जिला प्रभारी सचिव श्री रूपवंत सिंह, गुजरात राज्य सड़क परिवहन निगम (जीएसआरटीसी) के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक श्री एम. नागराजन, जिला कलेक्टर श्री प्रशस्ति पारीक, जिला विकास अधिकारी श्री दीपेश केडिया सहित कई पदाधिकारी, अधिकारी, कर्मचारी और नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

अरवल्ली जिले के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने मोडासा में नवनिर्मित अत्याधुनिक सुविधा युक्त वंदे मातरम बस पोर्ट का निरीक्षण किया। इसके अलावा, उन्होंने लोकसभा सांसद श्रीमती शोभनाबेन बारैया के जनसंपर्क केंद्र का भी उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री मोडासा में आयोजित दिव्यांग सामूहिक विवाह उत्सव में भी मौजूद रहे और नवविवाहित जोड़ों को शुभकामनाएं दीं।