क्या आप जानते हैं? गुजरात ने विकास सप्ताह 2025 में पीएम मोदी को 1 करोड़ से अधिक पोस्टकार्ड लिखकर जन आभार जताया। जानिए कैसे ‘आत्मनिर्भर भारत, स्वदेशी अभियान’ ने आम नागरिकों को जोड़ा और नया रिकॉर्ड बनाया।

Gujarat Postcard Campaign: गुजरात में 7 से 15 अक्टूबर 2025 तक मनाए गए विकास सप्ताह का मुख्य संदेश रहा-‘आत्मनिर्भर भारत, जन आभार’। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की प्रोत्साहक उपस्थिति रही और राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य, सहकारी संस्थाओं, बैंकों, किसानों, युवाओं, महिलाओं और छात्रों ने भी हिस्सा लिया।

क्या था इस वर्ष का विशेष आकर्षण?

इस वर्ष का विशेष आकर्षण था प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 1 करोड़ 11 लाख 75 हजार से अधिक पोस्टकार्ड लिखकर आभार व्यक्त करना। यह केवल कागज़ के टुकड़े नहीं, बल्कि हर गुजराती के हृदय की आवाज़ और उनके जन विश्वास का प्रतीक थे। कार्यक्रम के दौरान यह साफ़ हो गया कि गुजरात की जनता ने मोदी जी के नेतृत्व और उनके द्वारा किए गए जीएसटी सुधार, स्वदेशी अभियान और आत्मनिर्भर भारत के लिए आभार व्यक्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने क्या कहा?

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के दिशा-निर्देशन में अक्टूबर 2001 से शुरू हुई गुजरात की अनवरत विकास यात्रा अब सुशासन के 25वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्यक्रम का मकसद सिर्फ समारोह मनाना नहीं, बल्कि गुजरात और भारत को स्वदेशी और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने की दिशा में प्रेरित करना है। स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री को लिखे गए हर पोस्टकार्ड में केवल कागज़ नहीं, बल्कि जनता की भावना और उनके हृदय का आभार झलकता है। सहकारिता राज्य मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने जोड़ा कि यदि भारत के 140 करोड़ नागरिक स्वदेशी को अपनाएं तो कोई भी देश को विकसित राष्ट्र बनने से रोक नहीं सकता।

स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत: क्या है महत्व?

विकास सप्ताह के दौरान अहमदाबाद में आयोजित विकास प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत और हर घर स्वदेशी के मंत्र को प्रमुखता दी गई। राज्य के सहकारी संगठन, बैंकों, दूध मंडलियों और अन्य संस्थाओं ने सक्रिय भागीदारी दिखाई। युवाओं, किसानों और महिला सशक्तिकरण को इस अभियान का हिस्सा बनाया गया। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि गरीब, युवा, अन्नदाता और नारीशक्ति यानी ‘ग्यान’ के चार स्तंभ समाज में व्यापक सहभागिता के माध्यम से विकास सप्ताह को नई दिशा देने का काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि वोकल फॉर लोकल और लोकल फॉर ग्लोबल के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन में मदद मिलेगी।

स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने पीएम मोदी की मंशा

स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने महात्मा गांधी और सरदार पटेल के स्वदेशी अभियान को याद करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने इसे आधुनिक भारत के लिए नया रूप दिया है। उनका कहना है कि इस प्रकार के अभियान देश के व्यापार घाटे को कम करने और आर्थिक समृद्धि बढ़ाने का मार्ग बनेंगे।

जन सहभागिता का रिकॉर्ड: गुजरात के नागरिकों ने कैसे बनाया रिकॉर्ड?

  • राज्य के 12,000 गाँवों की 26,000 मंडलियों के सदस्य और लगभग 5.50 लाख कॉलेज छात्र तथा 1.25 लाख विद्यार्थी प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड लिखकर आभार व्यक्त कर चुके हैं।
  • राज्यभर के दूध संघ, डीसीसीबी, अमूल फेड और जीएससी बैंक से प्राप्त पोस्टकार्डों की संख्या 75 लाख से अधिक है।
  • इस अभियान को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल करने के लिए आवेदन किया गया।
  • इस अनूठे अभियान पर आधारित ऑडियो-विजुअल फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया, जिसमें आम नागरिकों और युवाओं की भागीदारी को दिखाया गया।

मुख्य संदेश: क्यों गुजरातवासियों ने इतना बड़ा योगदान किया?

  • प्रधानमंत्री मोदी की विजनरी लीडरशिप और 24 साल के सतत विकास कार्य का सम्मान।
  • आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी को बढ़ावा देने का जनता में जागरूकता।
  • युवा, किसान और महिला शक्ति को देश के विकास में जोड़ना।
  • स्वदेशी वस्तुओं को अपनाकर लोकल अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन को सशक्त बनाना।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और सहकारिता मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने सभी नागरिकों से आगामी त्योहारों में स्वदेशी खरीदारी को प्राथमिकता देने और आत्मनिर्भर भारत में अपना योगदान देने की अपील की। गुजरात के विकास सप्ताह 2025 ने दिखाया कि जनता की सक्रिय भागीदारी और जन आभार के माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी के स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत के सपने को वास्तविकता में बदला जा सकता है। यह कार्यक्रम केवल समारोह नहीं, बल्कि जन विश्वास, सेवा और समर्पण का प्रतीक बनकर सामने आया।