Delhi crime: जब नाबालिग बना खूनी शिकारी! | दिल्ली में 15 साल के लड़के ने तवे से मारा वार, फिर गला रेतकर लूट लिए मोबाइल और नकदी | CCTV ने खोला खौफनाक राज | तवा, चाकू, खून और मौत की मिस्ट्री से हिली मेट्रो विहार! पूरी कहानी पढ़ें

Delhi juvenile murder case: दिल्ली में अपराध का ग्राफ दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है और अब इसके केंद्र में नाबालिग भी शामिल हो गए हैं। बाहरी उत्तर दिल्ली के मेट्रो विहार इलाके में 15 वर्षीय एक किशोर द्वारा की गई हत्या और लूट की वारदात ने सबको चौंका दिया है। यह वारदात 28 जून की रात को हुई, जब एक युवक सुनील मंडल की बेरहमी से हत्या कर दी गई।

घटनास्थल: मेट्रो विहार फेज 2, नरेला

29 जून को नरेला औद्योगिक क्षेत्र थाने में एक पीसीआर कॉल आई जिसमें मेट्रो विहार फेज 2 के एक घर में लाश मिलने की सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची तो 30 वर्षीय सुनील मंडल का शव घर की जमीन पर पड़ा मिला, उसका गला कटा हुआ था और शरीर से खून बह रहा था। सुनील मंडल बिहार का रहने वाला था और दिल्ली में शादी समारोहों के लिए एक ठेकेदार के रूप में काम करता था। वह अकेले इस मकान में रह रहा था।

कैसे हुआ सनसनीखेज घटना का खुलासा?

पुलिस ने फोरेंसिक टीम और क्राइम ब्रांच को मौके पर बुलाकर जांच करवाई। वहां से खून से सना तवा, चाकू, एक सिम कार्ड और टूटा हुआ मोबाइल फोन बरामद हुआ। मृतक के दोस्त लल्लू ने सबसे पहले शव देखा और पुलिस को जानकारी दी। जांच में सामने आया कि 28 जून की रात करीब 10:30 बजे एक किशोर पीड़ित के साथ घर में दाखिल हुआ था और रात 1:33 बजे वह अकेले ही गेट फांदकर बाहर निकला। यह सब सीसीटीवी फुटेज में रिकॉर्ड हुआ, जिससे पुलिस को अहम सुराग मिला।

CCTV और खुफिया इनपुट से सामने आया सच

पुलिस ने CCTV और खुफिया इनपुट के आधार पर 15 वर्षीय किशोर को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान उसने हत्या की बात कबूल की। उसने बताया कि पहले उसने सुनील के सिर पर तवा मारा और फिर गला काटकर 1,500 रुपये नकद और दो मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया।

बरामद हुए हथियार और चोरी का सामान

पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर रसोई का तवा, चाकू, दो मोबाइल फोन और नकदी बरामद कर ली है। हत्या के वक्त उपयोग किए गए तवे पर खून के निशान मौजूद थे, जो बाद में फोरेंसिक जांच में पुष्ट भी हुए।

नाबालिग अपराध की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता

यह मामला बताता है कि किशोर अपराधियों की क्रूरता किस हद तक जा सकती है। सिर्फ पैसे और मोबाइल फोन के लिए एक युवक की जान ले लेना, वह भी इतनी बेरहमी से, यह समाज के लिए एक चिंताजनक संकेत है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि आरोपी किसी गिरोह से जुड़ा था या नहीं। दिल्ली के मेट्रो विहार की यह वारदात एक बार फिर दिखाती है कि कैसे नाबालिग भी अब योजनाबद्ध हत्या और लूट की घटनाओं में लिप्त हो रहे हैं। मामला अब किशोर न्याय बोर्ड के पास भेजा गया है, जहां यह तय होगा कि आरोपी पर बालिग के रूप में मुकदमा चलेगा या नहीं।