Bihar highway project: बेतिया-पटना सफर होगा अब और आसान! 4000 करोड़ की लागत से बनने वाले नए हाईवे से 100 किमी घटेगी दूरी, समय की होगी बचत।

Betiya Patna highway construction: बिहार में अब पटना से बेतिया का सफर और तेज व आसान होने वाला है। केंद्र सरकार ने साहेबगंज-अरेराज-बेतिया (एनएच 139W) हाईवे के निर्माण को PPPAC (Public Private Partnership Appraisal Committee) मोड पर मंजूरी दे दी है। इस परियोजना की लागत लगभग 4000 करोड़ रुपये होगी और इसके बनने से पटना से बेतिया की दूरी 100 किलोमीटर तक घट जाएगी।

PPPAC स्वीकृति के बाद निविदा की तैयारी

बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने जानकारी दी कि अब परियोजना की निविदा प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके लिए तैयारी पूरी हो चुकी है। भूमि अधिग्रहण का कार्य भी लगभग पूर्ण हो चुका है।

इस योजना के तहत करीब 89 किलोमीटर लंबे हाई स्पीड कॉरिडोर का निर्माण Hybrid Annuity Mode (HAM) पर किया जाएगा। इसका क्रियान्वयन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) करेगा और यह कार्य 24 महीनों के भीतर पूरा होना है।

किन शहरों को मिलेगा सीधा लाभ?

साहेबगंज-अरेराज-बेतिया मार्ग पर बनेंगे:

  1. 1 बड़ा पुल (तिरहुत नहर पर) 
  2. 11 छोटे पुल (नदी और नालों पर) 
  3. 11 छोटे पुल (नहरों पर) 
  4. 5 फ्लाईओवर, 2 क्लोवरलीफ 
  5. 6 वीयूपी (VUP), 10 एलवीयूपी (LVUP), 34 एसवीयूपी (SVUP) 
  6. 209 बॉक्स कल्वर्ट 
  7. बेतिया में एक बायपास भी प्रस्तावित है

यह सभी निर्माण पटना से बेतिया की सीधी और निर्बाध यात्रा को सुलभ बनाएंगे।

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तीन पैकेजों में पहले ही जारी हो चुका है काम

इस मेगा हाईवे प्रोजेक्ट को तीन पैकेजों में विभाजित किया गया है:

  • पहला पैकेज: जेपी सेतु के समानांतर 6 लेन पुल का निर्माण 
  • दूसरा पैकेज: बकरपुर से मानिकपुर तक ग्रीनफील्ड सड़क (4 लेन) का निर्माण: इसी पैकेज में गंडक नदी पर कोनवा घाट में उच्चस्तरीय पुल भी बन रहा है 
  • तीसरा पैकेज: मानिकपुर से साहेबगंज तक का कार्य, जिसे NHAI को सौंपा जा चुका है

तीनों पैकेजों में काम तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और अब नए कॉरिडोर को भी इसी श्रृंखला में जोड़ा जा रहा है।

विकास को मिलेगी रफ्तार, ट्रैफिक पर भी असर

इस हाई स्पीड कॉरिडोर के बनने से जहां यात्रा में समय की बचत होगी, वहीं क्षेत्रीय व्यापार, पर्यटन और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। साथ ही, पटना-बेतिया के बीच भारी ट्रैफिक को भी राहत मिलेगी और वैकल्पिक मार्ग के रूप में यह सड़क भविष्य में बिहार के इन्फ्रास्ट्रक्चर को नई दिशा देगी।

अब बेतिया पटना से सिर्फ 3 घंटे दूर

एनएच 139W का यह कॉरिडोर न केवल समय की बचत करेगा बल्कि बिहार के उत्तर-पश्चिमी जिलों के विकास की रफ्तार को भी तेज करेगा। सरकार की योजना है कि यह प्रोजेक्ट दो साल के भीतर पूरा हो जाए और यातायात, निवेश और कनेक्टिविटी तीनों में नया बदलाव लाया जा सके।

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