Bihar Assembly Election 2025: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव बहिष्कार का मुद्दा उठाया है। इस बयान को वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी का भी पूरा समर्थन मिला है।
Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने हाल ही में एक बड़ा बयान देते हुए आगामी चुनावों का बहिष्कार करने के संकेत दिए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग निष्पक्ष तरीके से चुनाव नहीं करा रहा है। उनके इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में एक नई बहस छिड़ गई है और विपक्षी दलों में मतभेद या एकता को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
तेजस्वी यादव के बयान का समर्थन
विकासशील इंसानी पार्टी (VIP) के संयोजक और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव के बयान का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव हमारे छोटे भाई हैं और विपक्षी गठबंधन की राष्ट्रीय समन्वय समिति के अध्यक्ष भी हैं। तेजस्वी जो भी फैसला लेंगे, हम उनके साथ खड़े रहेंगे।
'बेहतर है कि चुनाव ही न हों'
मुकेश सहनी ने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाए और कहा कि अगर आयोग निष्पक्ष नहीं है और किसी एक पार्टी को सत्ता में लाने की कोशिश करता है, तो यह लोकतंत्र की हत्या होगी। उन्होंने कहा कि जब लोकतंत्र ही खतरे में है, तो चुनाव कराने का क्या मतलब है? बेहतर है कि चुनाव ही न हों।
'चुनाव में जनता का पैसा खर्च हो रहा'
सहनी ने चुनावी खर्च पर भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि चुनावों में करोड़ों-अरबों रुपये खर्च होते हैं जो किसी नेता का नहीं, बल्कि देश की जनता का पैसा होता है। अगर उस पैसे का इस्तेमाल निष्पक्ष चुनाव के लिए नहीं हो रहा है, तो चुनाव का औचित्य ही खत्म हो जाता है।
'पहले राजा का बेटा ही राजा बनता था'
मुकेश सहनी ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर का हवाला देते हुए कहा कि अंबेडकर जी ने गरीब, दलित, पिछड़े और वंचित समाज को वोट की ताकत दी थी। पहले राजा का बेटा ही राजा बनता था, लेकिन अब लोकतंत्र में गरीब भी वोट के जरिए किसी को नेता बना सकता है। अगर चुनाव निष्पक्ष नहीं होंगे, तो गरीबों की यह ताकत भी छिन जाएगी।
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'विपक्ष के हर फैसले में तेजस्वी यादव के साथ हूं'
सहनी ने यह भी कहा कि लोकतंत्र का असली मतलब तभी है जब हर व्यक्ति बिना किसी डर और भेदभाव के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सस्थाएं पक्षपातपूर्ण होंगी, तो लोगों का लोकतंत्र और चुनाव से विश्वास उठ जाएगा। उन्होंने दोहराया कि वह विपक्ष के हर फैसले में तेजस्वी यादव के साथ खड़े रहेंगे।
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