गोपालपुर विधानसभा चुनाव 2025 में जदयू के गोपाल मंडल लगातार चार बार जीत चुके हैं। क्या इस बार भी उनका किला कायम रहेगा या एंटी-इनकंबेंसी और विपक्षी रणनीति कोई बड़ा उलटफेर कर देगी? यही सवाल चुनावी परिणाम आने के बाद ही हल होगा।
Gopalpur Assembly Election 2025: बिहार की राजनीति में गोपालपुर विधानसभा (Gopalpur Assembly Election 2025) हमेशा से चर्चा का केंद्र रही है। भागलपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली इस सीट पर पिछले चार चुनावों से जदयू के गोपाल मंडल उर्फ नरेंद्र कुमार नीरज का कब्जा है। 2005 से लेकर 2020 तक उन्होंने लगातार जीत दर्ज की है और भाजपा व राजद जैसे बड़े दलों को पटखनी दी। लेकिन 2025 में सवाल यही है कि क्या जदयू का यह गढ़ बरकरार रहेगा या इस बार विपक्ष कोई नया समीकरण बना लेगा?
2020 का चुनाव: चौथी बार विधायक बने गोपाल मंडल
2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू प्रत्याशी नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल ने बड़ी जीत हासिल की। उन्हें 75,533 वोट मिले, जबकि उनके मुख्य प्रतिद्वंदी राजद के शैलेश कुमार को 51,072 वोट मिले। जीत का अंतर रहा 24,461 वोटों का। वहीं, लोजपा प्रत्याशी सुरेश भगत ने भी 23,406 वोट लेकर मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया। इस नतीजे ने एक बार फिर साबित किया कि गोपालपुर में गोपाल मंडल की पकड़ मजबूत है।
नोट: नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल पर तीन आपराधिक मामले पंजीकृत हैं। वह स्नातक तक पढ़ाई किए हैं। उनकी कुल चल-अचल संपत्ति 1.73 करोड़ रूपए हैं। उन पर कोई लोन नहीं है।
2015 का चुनाव: भाजपा को हराया
2015 में जब जदयू और भाजपा अलग-अलग चुनाव लड़ रहे थे, तब नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल ने भाजपा प्रत्याशी अनिल कुमार यादव को शिकस्त दी। उन्हें 57,403 वोट मिले, जबकि भाजपा उम्मीदवार को 52,234 वोट हासिल हुए। यहां जीत का अंतर मात्र 5,169 वोटों का रहा, जिसने मुकाबले को बेहद रोमांचक बना दिया।
2010 का चुनाव: राजद पर भारी पड़े गोपाल मंडल
2010 के विधानसभा चुनाव में नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल ने राजद उम्मीदवार अमित राणा को हराया। जदयू प्रत्याशी गोपाल मंडल को 53,876 वोट, जबकि राजद उम्मीदवार को 28,816 वोट मिले। इस चुनाव में जीत का अंतर करीब 25,060 वोटों का रहा। यह नतीजा साफ दिखाता है कि गोपालपुर विधानसभा में उस समय से ही जदयू का प्रभाव लगातार बढ़ रहा था।
सामाजिक समीकरण और राजनीतिक ऊहापोह
- गोपालपुर विधानसभा में चार प्रखंड आते हैं-नवगछिया, गोपालपुर, रंगरा और इस्माइलपुर।
- नवगछिया: यादव और वैश्य बहुल
- गोपालपुर: भूमिहार
रंगरा व इस्माइलपुर: गंगोता समुदाय का दबदबा
यही समीकरण यहां चुनावी नतीजों को प्रभावित करते हैं। नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल लगातार चार बार जीत चुके हैं, लेकिन उनके विवादित बयानों और एंटी-इनकंबेंसी की चर्चा भी तेज है। 2025 में सबसे बड़ा रहस्य यही है कि क्या जदयू उन्हें ही टिकट देगी या नया चेहरा उतारेगी? वहीं, राजद और भाजपा भी अपने प्रत्याशी चुनकर मुकाबले को कड़ा बनाने की तैयारी में हैं।
