Bihar News: आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ तले दबे एक परिवार ने सामूहिक आत्महत्या का प्रयास किया, जिसमें मां और तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि पिता जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। जबकि एक बेटा बाल-बाल बच गया।
Nalanda Crime News: बिहार के नालंदा जिले के पावापुरी थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने सबको झकझोर कर रख दिया है। आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ तले दबे एक परिवार ने सामूहिक आत्महत्या का प्रयास किया, जिसमें मां और तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि पिता जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है।
5 लाख रुपए का था कर्ज
यह घटना शेखपुरा ज़िले के पुरनकामा निवासी धर्मेंद्र कुमार के परिवार के साथ घटी, जो पिछले कुछ महीनों से पावापुरी जल मंदिर के पास किराए के मकान में रह रहे थे और कपड़े का छोटा-मोटा कारोबार करते थे। कारोबार में लगातार घाटा और लगभग 5 लाख रुपये का कर्ज धर्मेंद्र और उनके परिवार के लिए असहनीय बोझ बन गया था।
अस्पताल में परिवार के 4 लोगों की मौत
बताया जा रहा है कि देर रात धर्मेंद्र (40), उनकी पत्नी सोनी कुमारी (38), बेटियां दीपा (16) और आरिका (14), और बेटा शिवम (15) - सभी ने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया। हालत बिगड़ने पर सभी को राजगीर के विम्स अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने चार लोगों को मृत घोषित कर दिया। धर्मेंद्र की हालत गंभीर बनी हुई है।
राजगीर प्रशासन जांच में जुटी
घटना की सूचना मिलते ही राजगीर डीएसपी सुनील कुमार, इंस्पेक्टर मनीष भारद्वाज और पावापुरी ओपी प्रभारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की गई। शुरुआती जांच में व्यापार में घाटा और भारी कर्ज को आत्महत्या का कारण बताया गया है।
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छोटे बेटे ने नहीं खाया था जहर, पुलिस कर रही पूछताछ
धर्मेंद्र का छोटा बेटा इस हादसे में बाल-बाल बच गया, जो उस समय घर पर ही था, लेकिन उसने जहरीला पदार्थ नहीं खाया। फिलहाल, वह पुलिस की निगरानी में है और उसकी काउंसलिंग की जा रही है। यह घटना न सिर्फ़ एक परिवार के बर्बाद होने की कहानी है, बल्कि यह सवाल भी उठाती है कि हम किस तरह के समाज में जी रहे हैं, जहां आर्थिक तंगी इंसान को आत्महत्या जैसा कदम उठाने पर मजबूर कर देती है।
इस हृदयविदारक घटना ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया है। यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हमारे आस-पास भी कोई ऐसा है जो आर्थिक या मानसिक रूप से जूझ रहा है? हमें संवेदनशील, सतर्क और समय रहते किसी की मदद करने की जरूरत है, क्योंकि कभी-कभी थोड़ी सी मदद किसी की पूरी दुनिया बचा सकती है।
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