Bihaar Mein Vikaas: बिहार को इनलैंड वाटरवेज हब बनाने की तैयारी! पटना में रो-रो टर्मिनल, जहाज मरम्मत केंद्र, जल मेट्रो जैसी परियोजनाओं से परिवहन और अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा। गंगा किनारे के जिलों में रोजगार, पर्यटन और व्यापार के नए अवसर खुलेंगे।

Development in Bihar: केंद्र सरकार ने बिहार की अर्थव्यवस्था और परिवहन व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में बड़ी पहल की है। केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने घोषणा की है कि बिहार को इनलैंड वाटरवेज हब के रूप में डेवलप किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बनारस से हल्दिया तक 1,390 किलोमीटर लंबे जलमार्ग को और बढ़िया किया जाएगा। इसके तहत पटना में दो रो-रो टर्मिनल, गंगा पर जहाज मरम्मत और निर्माण केंद्र और जल मेट्रो परियोजनाएं शुरू की जाएंगी।

केंद्रीय मंत्री ने की घोषणा

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पटना में जहाज मरम्मत केंद्र बनाया जाएगा। जहाज निर्माण केंद्र भी स्थापित किया जाएगा। बिहार में 16 सामुदायिक जेटी (जेटी) विकसित किए जाएंगे। कालू घाट को अत्याधुनिक जलमार्ग केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। बिहार में जल मेट्रो परियोजनाएं शुरू की जाएंगी। गंगा किनारे बसे 12 जिलों में नई परियोजनाएं आएंगी और जलमार्ग की संभावनाओं की पहचान के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन होगा।

केंद्र सरकार की तैयारी

केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने कहा कि पिछली सरकारों ने अंतर्देशीय जल परियोजनाओं की अवहेलना की, लेकिन वर्तमान सरकार ने इस दिशा में 6,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करके जलमार्ग विकास को गति प्रदान की है। नतीजतन, विभाग ने अब तक 700 प्रतिशत की प्रगति दर्ज की है। उन्होंने कहा कि 2029 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और बिहार इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

पर्यटन और व्यापार को मिलेगा नया आयाम

गंगा किनारे बसे जिलों में जलमार्ग आधारित संपर्क और उद्योगों के विकास से राज्य में रोजगार, पर्यटन और व्यापार को नया आयाम मिलेगा। इस घोषणा से साफ है कि आने वाले वर्षों में बिहार में सड़कों से ज्यादा जलमार्गों पर फोकस रहेगा। जिससे परिवहन तेज, सस्ता और पर्यावरण अनुकूल हो जाएगा।