सार
Shubman Gill MRF Company deal: शुभमन गिल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में नए बैट स्टीकर MRF के साथ खेलने उतरे थे। इससे पहले विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर भी इस कंपनी के साथ जुड़े हैं।
Shubman Gill MRF sponsorship: टीम इंडिया के युवा क्रिकेटर शुभमन गिल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के पहले सेमीफाइनल में नए बल्ले से मैदान पर खेलने के लिए उतरे थे। उसे मुकाबले में प्रिंस गिल MRF का स्टीकर अपने बल्ले से चिपका रखे थे। उससे पहले उन्होंने CEAT का स्टीकर लगा रखा था। अब नया स्टीकर लगाते ही गिल सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली की लिस्ट में जुड़ गए हैं, जिन्होंने इस कंपनी के साथ पार्टनरशिप की है। दोनों दिग्गज एमआरएफ के साथ करार करने के लिए करोड़ों रुपए चार्ज किए हैं और आप इस लिस्ट में गिल का नाम भी जुड़ गया है।
शुभमन गिल अब नए बैट स्टीकर के साथ मैदान में
दरअसल, 4 मार्च 2025 को शुभमन गिल (Shubman Gill) ने MRF (Madras Rubber Company) कंपनी के साथ नया करार किया है। उन्होंने CEAT की जगह MRF को अपने बल्ले का साथी बना लिया है। अब वह आने वाले मुकाबले में इसी नए स्टीकर के साथ खेलते हुए नजर आएंगे। अब आपके मन में यह सवाल चल रहा होगा, कि गिल को नई कंपनी के साथ करार करने के लिए कितने रुपए मिलेंगे? इसके बारे में अभी तक कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट नहीं मिला है। लेकिन, हां हम आपको यह बता सकते हैं, कि विराट और सचिन ने कितने में डील किया था।
विराट कोहली को MRF देता है करोड़ों रुपए
विराट कोहली (Virat Kohli) साल 2014 से MRF बल्ले का इस्तेमाल क्रिकेट के मैदान पर कर रहे हैं। उनके बैट पर अंग्रेजी में बड़े अक्षरों में MRF लिखा हुआ रहता है। 2017 में किंग कोहली और इस एमआरएफ कंपनी के साथ 8 साल का डील करार किया था। उसके लिए उन्होंने 100 करोड़ रुपए चार्ज किए थे। इसी डील के बाद कोहली को अपने बल्ले पर स्टीकर लगाने के लिए 12.5 करोड़ रुपए मिलते हैं।
सचिन तेंदुलकर भी MRF के साथ कर चुके हैं डील
विराट और शुभमन से पहले क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) भी MRF के स्टीकर वाले बल्ले से खेले चुके हैं। 1990 के दशक में वह इस कंपनी के साथ डील करने वाले पहले बल्लेबाज बने थे। उनके साथ-साथ ब्रायन लारा और स्टीव वा जैसे दिग्गज भी इस कंपनी के साथ डील कर चुके हैं। उसके बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का करार भी इसके साथ हुआ था, लेकिन जब कोहली का रूतबा बढ़ा, तो कंपनी ने उनके साथ डील कर ली और अभी तक वो बने हैं।