Indian Cricketers Injured Career: भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में ऋषभ पंत चोटिल हो गए और उन्हें बीच में ही बैटिंग छोड़कर जाना पड़ा। लेकिन क्या आपको पता है कुछ क्रिकेटरों का करियर सिर्फ चोट की वजह से खराब हो गया।
5 Cricketers Who Retired Due To Injuries: भारतीय क्रिकेट टीम के युवा बल्लेबाज और विकेटकीपर ऋषभ पंत पिछले कुछ समय से चोटों से जूझ रहे हैं। लॉर्ड्स टेस्ट मैच में फिंगर इंजरी होने के बाद ऋषभ पंत विकेट कीपिंग नहीं कर पाए थे और अब मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में भी उनके दाएं पैर पर चोट लग गई और उन्हें बीच मैच में ही छोड़कर जाना पड़ा। फिलहाल उन्हें रेस्ट दिया गया है और उनके खेलने पर संशय बना हुआ है। लेकिन क्या आप जानते हैं भारत के कई ऐसे क्रिकेटर रहे हैं, जो इंजरी के चलते अपने करियर को आगे तक नहीं बढ़ा पाएं, आइए जानते हैं ऐसे खिलाड़ियों की कहानी...
नरी कांट्रेक्टर
नरी कांट्रेक्टर भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज थे। 1962 में वेस्टइंडीज के खिलाफ एक मैच में चार्ली ग्रिफिथ की बाउंसर गेंद उनके सिर पर जा लगी, जिससे उन्हें गंभीर चोट आई, फिर वह आगे मैच नहीं खेल पाएं और क्रिकेट से संन्यास लेना पड़ा।
सबा करीम
2000 में एशिया कप के दौरान सबा करीम की आंख पर अनिल कुंबले की गेंद जाकर लगी और उन्हें इतनी गंभीर चोट आई कि उन्हें सर्जरी करवानी पड़ी। इसके बाद उन्हें संन्यास लेना पड़ा। अपने क्रिकेट करियर में उन्होंने केवल 1 टेस्ट और 34 वनडे मैच खेल हैं।
और पढे़ं- Rishabh Pant Injury Update: कैसी है ऋषभ पंत की हालत, क्या बचे हुए 4 दिन खेल पाएंगे मैच- जानें
आशीष नेहरा
आशीष नेहरा भारतीय टीम के तेज गेंदबाज रहे हैं, लेकिन अपने क्रिकेट करियर में अपनी उपलब्धियां से ज्यादा वह चोटों से जूझते रहे, इससे उनका करियर भी प्रभावित हुआ। अपने छोटे बट इफेक्टिव करियर में आशीष नेहरा ने 235 विकेट चटकाएं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आशीष नेहरा ने अपने करियर के दौरान 12 सर्जरी करवाई थी।
विनोद कांबली
इस लिस्ट में भारतीय बल्लेबाज विनोद कांबली का नाम भी शामिल हैं, जो अपने करियर की शुरुआत में चोटों से प्रभावित रहे और बाद में नशे और बुरी आदतों के कारण उनका क्रिकेट करियर बर्बाद हुआ। अभी भी लिवर और यूरीन से जुड़ी बीमारी से जूझ रहे हैं।
वरुण आरोन
वरुण आरोन भी भारतीय टीम के तेज गेंदबाज रहे हैं, लेकिन स्ट्रेस फ्रैक्चर की वजह से उनका करियर बर्बाद हो गया और भारत के लिए वह केवल 9 टेस्ट और 9 वनडे मैच ही खेल पाए। इसी साल जनवरी में उन्होंने संन्यास का ऐलान किया था।