Guru Chandal Yog: ज्योतिष शास्त्र में जन्म कुंडली में बनने वाले अनेक शुभ-अशुभ योगों के बारे में बताया गया है। गुरु चांडाल योग भी इनमें से एक है। ये अशुभ योग जिसकी कुंडली में होता है, उसे अपने जीवन में अनेक परेशानियों का सामन करना पड़ता है।
Guru Chandal Yog Upay In Hindi: हर व्यक्ति की जन्म कुंडली अलग-अलग होती है। कुंडली में ग्रहों की स्थिति के आधार पर शुभ-अशुभ योग बनते हैं। ज्योतिष शास्त्र में योगों के बारे में विस्तार से बताया गया है। ऐसा ही एक अशुभ योग है गुरु चांडाल योग। नाम से ही पता चलता है कि ये योग हमारे जीवन पर कितना बुरा असर डालता है। ये योग जिसकी भी कुंडली में होता है उसे जीवन भर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. नलिन शर्मा से जानें कैसे बनता है गुरु चांडाल योग, इसका हमारे जीवन पर क्या असर होता है और इसके उपाय…
कुंडली में कैसे बनता है गुरु चांडाल योग?
ज्योतिषाचार्य पं. शर्मा के अनुसार, जन्म कुंडली में 12 भाव होते हैं। इन सभी भावों का अलग-अलग महत्व है। इन्हीं 12 भावों में सभी 9 ग्रह होते हैं। जब किसी एक भाव में 2 ग्रह आ जाते हैं तो कईं शुभ-अशुभ योग बनते हैं। उसी के अनुसार जब कुंडली के किसी एक भाव में राहु और गुरु ग्रह साथ हो तो गुरु चांडाल नाम योग बनता है, जिसे ज्योतिष शास्त्र में बहुत ही अशुभ माना गया है।
गुरु चांडाल योग क्या असर डालता है लाइफ पर?
1. जिस व्यक्ति की कुंडली में गुरु चांडाल योग होता है, उसका चरित्र यानी कैरेक्टर बहुत ही निगेटिव होता है। पत्नी के अलावा भी इनके कईं स्त्रियों से संबंध हो सकते हैं। ऐसे लोग शराब आदि नशे के आदि होते हैं।
2. गुरु चांडाल का असर व्यक्ति की सेहत पर भी होता है। ऐसे लोगों को गंभीर रोग होने की संभावना अधिक होती है, जिसके कारण ये जीवन भर परेशान रहते हैं।
3. पैसों के मामले में भी ऐसे लोग अनलकी रहते हैं क्योंकि ये कितना भी धन कमा लें, उसकी सेविंग नहीं कर पाते और हमेशा तंगी में जीते हैं।
4. बिजनेस हो या नौकरी, किसी भी क्षेत्र में ये लंबे समय तक नहीं टिक पाते। इन्हें बार-बार नुकसान का सामना करना पड़ता है।
5. ये लोग बहुत जल्दी डिप्रेशन में आ जाते हैं इसलिए इन्हें मनोचिकित्सक से सलाह की जरूरत भी पड़ सकती है।
गुरु चांडाल योग के उपाय
1. गुरु चांडाल योग के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए किसी योग्य विद्वान से इस अशुभ योग की शांति करवाएं।
2. गुरु चांडाल योग के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए भगवान श्रीगणेश और माता सरस्वती की पूजा करनी चाहिए।
3. इस अशुभ योग से बचने के लिए गुरु का रत्न पीला पुखराज धारण करना चाहिए। इसके पहले किसी योग्य विद्वान से सलाह जरूर लें।
4. राहु के मंत्रों का जाप करने से भी गुरु चांडाल योग का अशुभ प्रभाव कम होता है।
5. बरगद के पेड़ की रोज पूजा करने से भी इस अशुभ योग की शांति होती है।
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो धर्म ग्रंथों, विद्वानों और ज्योतिषियों द्वारा बताई गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।