सार
Akshaya Tritiya 2025: इस बार अक्षय तृतीया का पर्व 30 अप्रैल, बुधवार को मनाया जाएगा। इस दिन 1-2 नहीं बल्कि 10 शुभ योगों का संयोग एक साथ बन रहा है, जिसके चलते इस पर्व का महत्व और भी बढ़ गया है।
Akshaya Tritiya 2025: हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया पर अक्षय तृतीया पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 30 अप्रैल, बुधवार को मनाया जाएगा। खास बात ये है कि इस बार अक्षय तृतीया पर 1-2 नहीं बल्कि पूरे 10 शुभ योगों का संयोग बनेगा। जिसके चलते इस दिन की गई पूजा, उपाय, हवन आदि का 10 गुना फल मिलेगा। इस दिन की गई खरीदी भी शुभ फल देने वाली रहेगी। आगे जानिए इस बार अक्षय तृतीया पर कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे…
17 साल बाद रोहिणी नक्षत्र और बुधवार का संयोग
इस बार अक्षय तृतीया का पर्व 30 अप्रैल, बुधवार को मनाया जाएगा। इस दिन रोहिणी नाम का नक्षत्र रहेगा। बुधवार को रोहिणी नक्षत्र और अक्षय तृतीया का संयोग 17 साल पहले 7 मई 2008 को बना था। इस शुभ संयोग में प्रॉपर्टी से जुड़े काम करने से कईं गुना ज्यादा फायदा मिलता है। अब ऐसा शुभ संयोग 27 साल बाद यानी 2052 में बनेगा। अक्षय तृतीया पर बन रहे इस शुभ संयोग के चलते रियल एस्टेट बाजार में बड़ा बूम आने की उम्मीद है।
अक्षय तृतीया पर बनेंंगे 10 शुभ योग
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, 30 अप्रैल, बुधवार को 10 शुभ योग बनने से इस बार का अक्षय तृतीया पर्व बहुत ही खास रहेगा। इस दिन पारिजात, गजकेसरी, केदार, काहल, हर्ष, उभयचरी और वाशी नाम के 7 राजयोग बनेंगे। इनके अलावा सर्वार्थसिद्धि, शोभन और रवि योग नाम के 3 अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे। इतने सारे शुभ योग एक दिन होने से इस दिन किए गए पूजा-पाठ और उपाय आदि का विशेष फल मिलेगा।
सोना खरीदना क्यों मनाते हैं शुभ?
अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना बहुत शुभ माना जाता है क्योंकि सोने का रंग पीला है जो गुरु ग्रह से संबंधित है। गुरु ग्रह जिसकी कुंडली में शुभ स्थिति में होता है, उसके अपने जीवन में हर तरह का सुख मिलता है। साथ ही एक मान्यता ये भी है अक्षय तृतीया पर ही देवी लक्ष्मी ने कुबेरदेव को धन का स्वामी बनाया था। जिसके चलते इस दिन खरीदा गया सोना सुख-समृद्धि और घर में शांति लाने वाला होता है।
Disclaimer
इस आर्टिकल में जो जानकारी है, वो ज्योतिषियों द्वारा बताई गईं हैं। हम सिर्फ इस जानकारी को आप तक पहुंचाने का एक माध्यम हैं। यूजर्स इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें।