Sakat Chaturthi 2025 Kab Hai: माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को सकट चतुर्थी कहते हैं। धर्म ग्रंथों में इस चतुर्थी का विशेष महत्व बताया गया है। इस बार ये व्रत जनवरी 2025 में किया जाएगा। जानें कब है सकट चतुर्थी 2025?
Surya Mantra: इस बार मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को मनाया जाएगा। इस दिन सूर्यदेव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। इस दिन यदि सूर्यदेव के मंत्रों का जाप विधि-विधान से किया जाए तो हर तरह की परेशानी दूर हो सकती है।
Paush Putrada Ekadashi 2025: एक हिंदू वर्ष में कुल 24 एकादशी होती है। इन सभी के नाम, महत्व और कथा अलग-अलग है। पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी कहते हैं। धर्म ग्रंथों में इसका विशेष महत्व है।
SuryaDev Aarti: हिंदू धर्म में सूर्य को प्रत्यक्ष देवता माना गया है यानी वो देवता जिन्हें हम अपनी आंखों से देख सकते हैं। पंचदेवों में भी सूर्य की पूजा का विधान है। इसकी वजह है कि बिना सूर्य की रोशनी से पृथ्वी पर जीवन संभव ही नहीं है।
Shanidev Ki Aarti Vidhi: ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को न्यायाधीश कहा गया है। शनिदेव ही व्यक्ति को उसके अच्छे पुरे कर्मों का फल प्रदान करते हैं। अगर रोज शनिदेव की विधि-विधान से आरती की जाए तो हर तरह की परेशानी दूर हो सकती है।
Makar Sankranti 2025: मकर संक्रांति हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है, इसलिए इसे मकर संक्रांति कहते हैं। मकर संक्रांति पर पवित्र नदी में स्नान करने और गरीबों का दान करने का विशेष महत्व है।
Vinayki Chaturthi January 2025: साल 2025 का पहला विनायकी चतुर्थी व्रत 3 जनवरी, शुक्रवार को किया जाएगा। इस दिन यदि कुछ खास उपाय किया जाए तो कईं तरह की परेशानियों से बचा जा सकता है। ये उपाय बहुत ही आसान हैं, जो कोई भी कर सकता है।
Vinayak Chaturthi January 2025: हर महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान श्रीगणेश के निमित्त व्रत किया जाता है। इसे विनायकी चतुर्थी कहते हैं। इस व्रत का विशेष महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है।
Masik Shivratri December 2024: भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए हर महीने शिवरात्रि व्रत किया जाता है। इसे मासिक शिवरात्रि व्रत कहते हैं। इस व्रत का महत्व अनेक धर्म ग्रंथों में मिलता है। जानें दिसंबर 2024 में कब करें ये व्रत?
Shani Pradosh December 2024: साल 2024 का अंतिम शनिवार 28 दिसंबर को है। इस दिन त्रयोदशी तिथि होने से प्रदोष व्रत किया जाएगा। ये व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस दिन शनिदेव की पूजा करना भी शुभ रहेगा।