वीडियो डेस्क। 26 अप्रैल, रविवार को वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। इस तिथि को अक्षय तृतीया कहते हैं। इस तिथि का विशेष महत्व है, क्योंकि ये तिथि सालभर में आने वाले 4 अबूझ मुहूर्तों में से एक है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार अक्षय तृतीया पर किए गए दान करने का अक्षय यानी कभी नाश न होने वाला फल और पुण्य मिलता है। इसे चिरंजीवी तिथि भी कहते हैं, क्योंकि इसी तिथि पर अष्टचिरंजीवियों में एक भगवान परशुराम का जन्म हुआ था। भगवान विष्णु के नर-नरायण, हयग्रीव अवतार भी इसी तिथि पर हुए हैं। इसी वजह से अक्षय तृतीया पर भगवान विष्णु से जुड़े ये उपाय करने चाहिए-