सार

Jyoti Malhotra: ज्योति मल्होत्रा मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी से बातचीत और जानकारी साझा करने का आरोप है लेकिन शादी और धर्म परिवर्तन की बातों का अभी तक कोई सबूत नहीं मिला है।

Jyoti Malhotra: हिसार पुलिस ने ज्योति मल्होत्रा मामले में बड़ा खुलासा किया है। पुलिस का कहना है कि ज्योति के पास से कोई संदिग्ध डायरी नहीं मिली है और न ही उसके किसी आतंकी संगठन से जुड़े होने के सबूत हैं। अफवाहों पर विराम लगाते हुए पुलिस ने साफ कहा है कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही बातें झूठी हैं।

पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी से हुई थी मुलाकात

ज्योति मल्होत्रा अपने यूट्यूब चैनल Travel with Jo पर ट्रैवल वीडियो बनाती हैं। उन्हें पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के मुताबिक, ज्योति की बातचीत पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी एहसान-उर-रहीमसे हुई थी और उस पर आरोप है कि उसने उसे कुछ जानकारी साझा की थी।

“मेरी शादी पाकिस्तान में करवाओ”

NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, ज्योती मल्होत्रा ने पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी दानिश से कहा था कि मेरी शादी पाकिस्तान में करवाओ। हालांकि, हिसार के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अब तक इस बात का कोई पक्का सबूत नहीं मिला है कि ज्योति धर्म बदलना चाहती थीं या किसी पाकिस्तानी नागरिक से शादी करना चाहती थीं। SP ने इस पर जवाब देते हुए कहा, "हमें ऐसा कोई दस्तावेज नहीं मिला जिससे यह साबित हो कि वह धर्म परिवर्तन करना चाहती थीं या किसी पाकिस्तानी से शादी करना चाहती थीं।"

दानिश से कैसे हुई ज्योती की मुलाकात?

पुलिस के अनुसार, दानिश ने ही ज्योति की मुलाकात अली अहवान से करवाई थी। अली ने न सिर्फ पाकिस्तान में उसके ठहरने का इंतजाम किया, बल्कि उसे पाकिस्तानी अधिकारियों शाकिर और राना शहबाज से भी मिलवाया। हिसार पुलिस के प्रवक्ता ने बताया , "दानिश उसे एक जासूसी एसेट के रूप में तैयार कर रहा था। वह अन्य यूट्यूब इन्फ्लुएंसर्स के भी संपर्क में थी।"

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इंस्टाग्राम पर 1 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स

33 साल की ज्योती के इंस्टाग्राम पर 1 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स और यूट्यूब पर 3.87 लाख सब्सक्राइबर हैं। उन पर जासूसी के गंभीर आरोप लगे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने अब तक दो बार पाकिस्तान का दौरा किया था। इन्हीं में से एक यात्रा के दौरान, उनकी मुलाकात दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के एक अधिकारी से हुई थी। उनकी गतिविधियों पर शक होने के बाद, राष्ट्रीय जांच एजेंसी और इंटेलिजेंस ब्यूरो ने उनसे पूछताछ की।