हैदराबाद में युवती का ट्रेन से कूदने का दावा झूठा निकला। रील बनाते समय गिरने के बाद उसने यौन उत्पीड़न की कहानी गढ़ी। पुलिस ने CCTV फुटेज और पूछताछ के बाद सच्चाई का खुलासा किया।
हैदराबाद: ट्रेन में यौन उत्पीड़न से बचने के लिए कूदने वाली युवती का दावा झूठा निकला। पुलिस ने पाया कि रील बनाने के चक्कर में गिरने के बाद उसने झूठी कहानी गढ़ी।
मेडचल के एक हॉस्टल में रहने वाली 23 वर्षीय युवती एक फ़ूड डिलीवरी कंपनी में काम करती है। उसने आरोप लगाया था कि सिकंदराबाद से मेडचल जाने वाली एमएमटीएस ट्रेन के महिला डिब्बे में सफर के दौरान एक अज्ञात व्यक्ति ने उस पर हमला किया और यौन उत्पीड़न की कोशिश की, जिससे बचने के लिए वह ट्रेन से कूद गई। उसने सिर, जबड़े, दाहिने हाथ और कमर में चोट लगने का दावा किया। राहगीरों ने उसे अस्पताल पहुँचाया।
शिकायत पर राजकीय रेलवे पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं के तहत यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया। कई टीमों ने जाँच शुरू की, 250 कैमरों के CCTV फुटेज देखे और 100 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की। लेकिन कोई सबूत नहीं मिला। पुलिस ने युवती से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने सच उगल दिया।
हैदराबाद की रहने वाली इस युवती ने कबूल किया कि वह एमएमटीएस ट्रेन में रील बना रही थी, तभी गिर गई। परिवार वालों के डर से उसने बलात्कार की झूठी कहानी बनाई।