Bengal Violence: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद सहित कई जिलों में वक्फ कानून को लेकर भड़की हिंसा ने गंभीर रूप ले लिया है। अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है, जबकि कई लोग घायल हुए हैं। हिंसक झड़पों और तोड़फोड़ के चलते अब तक 150 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट ने हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती के आदेश दिए हैं। इसके तहत मुर्शिदाबाद में पहले से मौजूद 300 बीएसएफ जवानों के अलावा 5 और कंपनियां तैनात की गई हैं, ताकि हालात को नियंत्रण में लाया जा सके। चलिए आपको वक्फ कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल में भड़के हिंसक प्रदर्शन से जुड़े अब तक के 10 बड़े अपडेट बताते हैं।

पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हालात बेकाबू हो गए हैं। हिंसा में अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें एक पिता-पुत्र की भीड़ द्वारा हत्या और एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या शामिल है।

110 लोगों को किया गया गिरफ्तार

अकेले मुर्शिदाबाद में 110 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हिंसा प्रभावित इलाकों में छापेमारी लगातार जारी है।

पुलिस पर हुआ हमला

हिंसा के दौरान पथराव और झड़पों में कम से कम 10 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

बीएसएफ जवानों के अलावा 5 कंपनियां तैनात

कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद गृह मंत्रालय ने स्थिति को काबू में करने के लिए मुर्शिदाबाद में 5 अतिरिक्त बीएसएफ कंपनियां भेजी हैं।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान

मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि बंगाल में वक्फ अधिनियम लागू नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब कानून लागू ही नहीं हो रहा, तो फिर विरोध क्यों हो रहा है।

नफरत फैलाने की राजनीति कर रही बीजेपी

बीजेपी ने टीएमसी पर आरोप लगाया है कि वह एसएससी भर्ती घोटाले जैसे मामलों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए यह सब कर रही है। वहीं टीएमसी का कहना है कि बीजेपी देश में नफरत फैलाने की राजनीति कर रही है।

इंटरनेट बंद और धारा 144

मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और धारा 144 लागू कर दी गई है ताकि हालात को काबू में लाया जा सके।

संपत्ति को नुकसान

हिंसक भीड़ ने पुलिस की वैन, बसें और निजी वाहन जला दिए। जंगीपुर में NH-12 को भी जाम कर दिया गया।

त्रिपुरा से दिल्ली तक विरोध

वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध की लहर अब त्रिपुरा, राजस्थान और दिल्ली तक पहुंच गई है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह कानून अल्पसंख्यकों के अधिकारों का उल्लंघन करता है।

17 अप्रैल को होगी सुनवाई

इस मामले पर अगली सुनवाई 17 अप्रैल को कलकत्ता हाईकोर्ट में होगी।


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