सार
Waqf Act Protest: वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 के खिलाफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कानून को राज्य में लागू न करने की घोषणा की है।
Waqf Act Protest: वक्फ संशोधन एकट 2025 (Waqf Amendment Act 2025) को लेकर पश्चिम बंगाल में भारी बवाल हो रहा है। इस कानून के विरोध में सड़कों पर उतरे लोग उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। कई जिलों में फैली हिंसा ने उग्र रूप ले लिया है। मुस्लिम-बहुल मुर्शिदाबाद जिले (Murshidabad) में भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा कि दो की मौत झड़पों में और एक व्यक्ति की मौत गोली लगने से हुई है। बढ़ती हिंसा को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐलान किया है कि राज्य में वक्फ संशोधन एक्ट को लागू नहीं किया जाएगा। उन्होंने अपील की है कि जब राज्य में यह कानून लागू ही नहीं होगा तो हिंसा या प्रदर्शन क्यों किया जा रहा है।
118 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार, पुलिस और वाहनों पर हमला
राज्य पुलिस ने अब तक 118 लोगों को गिरफ्तार किया है। कई जगहों पर पुलिस की गाड़ियों को आग के हवाले किया गया, सड़कों पर पत्थरबाजी हुई और ट्रैफिक पूरी तरह ठप हो गया। हिंसा के प्रमुख केंद्र के रूप में मुर्शिदाबाद (Murshidabad), मालदा (Malda) साउथ 24 परगना (South 24 Parganas), हुगली (Hooghly) आदि जिले रहे हैं। उधर, हिंसा को देखते हुए कोलकाता हाईकोर्ट की विशेष पीठ ने जंगीपुर (Jangipur) में केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया है।
ममता बनर्जी का ऐलान: राज्य में लागू नहीं होगा वक्फ कानून
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने साफ तौर पर कहा है कि यह कानून केंद्र सरकार का है और इसे राज्य में लागू नहीं किया जाएगा। उन्होंने X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा कि हमने पहले ही साफ कर दिया है कि इस कानून को हम नहीं मानते। जब हमने कानून लागू ही नहीं किया, तो दंगा किस बात का?
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज
टीएमसी सांसद और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने भी शांति की अपील करते हुए कहा कि धार्मिक उन्माद फैलाकर बंगाल को जलाने की कोशिश हो रही है। विकास के मुद्दे पर हमें हराने में नाकाम रहने के बाद अब कुछ ताकतें बंगाल की सामाजिक एकता को तोड़ना चाहती हैं।
वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार (Sukanta Majumdar) ने आरोप लगाया कि तृणमूल सरकार माइनॉरिटी तुष्टीकरण में जुटी है। उन्होंने कहा: हमारी सरकार होती तो पांच मिनट में उपद्रवियों से सख्ती से निपटा जाता। उन्होंने यह भी दावा किया कि 26,000 शिक्षकों की नौकरी जाने के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए हिंसा फैलाई गई है।
कांग्रेस ने केंद्र को ठहराया जिम्मेदार
वरिष्ठ कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह हिंसा सीधे तौर पर केंद्र द्वारा धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप का नतीजा है।
क्या है वक्फ संशोधन कानून 2025?
- यह कानून 2 अप्रैल को लोकसभा और 3 अप्रैल को राज्यसभा में पारित हुआ था।
- 5 अप्रैल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने इसे मंजूरी दी।
- इस कानून के खिलाफ देशभर में विरोध हो रहे हैं जबकि बीजेपी ‘वक्फ सुधार जागरूकता अभियान’ (Waqf Reforms Awareness Campaign) चला रही है, जो 20 अप्रैल से 5 मई तक चलेगा।