Bada Khana Rajnath Singh Speech: Bada Khana Udhampur 2025 में पहुंचे रक्षामंत्री Rajnath Singh, बोले – 'हम सिर्फ सैनिक नहीं, एक परिवार हैं'. Operation Sindoor पर दुश्मन को सख्त संदेश, 'अभियान रुका है, खत्म नहीं हुआ'.
Bada Khana Rajnath Singh Speech: जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में सेना के जवानों के बीच पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने भारतीय सेना की ऐतिहासिक परंपरा 'बड़ा खाना (Bada Khana)' में शिरकत किया। सैनिकों के साथ बैठकर खाना खाया। रक्षा मंत्री ने इसे 'एकता का उत्सव' बताते हुए इसे त्याग, भाईचारे और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक कहा।
'बड़ा खाना' – सिर्फ भोजन नहीं, भावनाओं का उत्सव
राजनाथ सिंह ने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि बड़ा खाना सिर्फ भोजन नहीं, ये हमारी एकता, हमारी परंपरा और हमारी भावनाओं का उत्सव है। युद्ध हो या शांति, सीमा हो या बर्फीली चोटियां, भारतीय सेना ने हर परिस्थिति में इस परंपरा को निभाया है। उन्होंने कहा कि हम सैनिक सिर्फ ड्यूटी नहीं कर रहे, हम एक ऐसा परिवार हैं, जो खून से नहीं, बल्कि देशभक्ति और बलिदान से जुड़ा है। राजनाथ सिंह ने कहा: उधमपुर आना मेरे लिए गर्व की बात है। यह स्थान हमारी उत्तर सीमाओं की सुरक्षा में एक प्रमुख भूमिका निभाता है।
जब देश त्योहार मनाता है, आप सीमा पर पहरा देते हैं
रक्षामंत्री ने जवानों के त्याग को भावुक शब्दों में याद किया कि जब आम नागरिक त्योहार मनाते हैं, तब आप बर्फीली सीमा पर डटे रहते हैं। जब आपके अपने बच्चे जन्मदिन मनाते हैं, आप बंकर में ड्यूटी करते हैं। आपके बलिदान को देश भूल नहीं सकता। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम उन जवानों को भी समर्पित है जो सुदूर, दुर्गम क्षेत्रों में तैनात हैं और इस सभा में मौजूद नहीं हो सके।
Operation Sindoor पर दो टूक: रुका है, खत्म नहीं हुआ
राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में Operation Sindoor का जिक्र करते हुए कहा कि मैं अपने पड़ोसी को साफ संदेश देना चाहता हूं – ऑपरेशन सिंदूर रुका है लेकिन खत्म नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना आज सिर्फ सीमा की सुरक्षा नहीं कर रही बल्कि देश की गरिमा और सम्मान की भी रक्षा कर रही है। उन्होंने कहा कि आज भारत की नीति बदल गई है। अब हम आतंकवाद को उसकी ही भाषा में जवाब दे सकते हैं। ऑपरेशन सिंदूर इसका उदाहरण है।
सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी भी रहे मौजूद
कार्यक्रम में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी भी मौजूद रहे। 'बड़ा खाना' के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, सैनिकों से संवाद और सम्मान समारोह आयोजित हुआ।