UN Meet New Delhi. भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया को लेकर बड़ा बयान दिया है। जयशंकर ने नई दिल्ली में चल रही यूएन मीट के दौरान कहा कि आतंकवादी और कट्टरपंथी समूह सोशल मीडिया का सहारा लेकर प्रोपेगंडा चलाते हैं। वे सोशल मीडिया के सहारे ही समाज में नफरत फैलाने वाले षडयंत्र करते हैं। जयशंकर ने कहा कि ब्लॉकचेन और वर्चुअल करेंसी के लिए इनक्रिप्टेट मैसेज भविष्य को बेहतर बना सकेत हैं और अर्थव्यवस्था को भी आगे ले जा सकते हैं। वहीं जब हम आतंकवाद की बात करते  हैं तो यही तकनीक घातक भी बन सकती है। 

विदेश मंत्री ने क्या कहा
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिल्ली में यूएन मीट के दौरान कहा कि सोशल मीडिया के सहारे आतंकवादी और कट्टरपंथी समूह समाज में प्रोपेगंडा फैलाने का काम कर रहे हैं। जयशंकर ने कहा कि यह इंस्ट्रूमेंट उनके लिए टूलकिट बन गए हैं। आतंकी समूह सोशल मीडिया का सहारा लेकर समाज अस्थिर करने का काम करते हैं। उन्होंने यह भी इशारा किया कि पिछले कुछ वर्षों में लिबरल सोसायटी में आतंकी ग्रुप्स इन टूल्स और तकनीकी का सहारा ले रहे हैं। इस तकनीक ने नए चैलेंज खड़े किए हैं क्योंकि इसका इस्तेमान नॉन स्टेट एक्टर्स द्वारा किया जा रह है। 

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समाज को प्रोटेक्ट करने की जरूरत
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यह ऐसे सस्ते हथियार की तरह है जिसका उपयोग करके आतंकवादी समूह अपने टार्गेट्स तक आसानी से पहुंच सकते हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि हमें यह ध्यान देना होगा कि ओपन सोसायटी को किस तरह से सुरक्षित रखा जाए। उनकी स्वतंत्रता और विकास को किस तरह से प्रोटेक्ट किया जा सके। हाल के दिनों में यह महसूस किया गया है कि लिबरल सोसायटी  में टेररिस्ट ग्रुप्स और उनके साथ सहानुभूति रखने वालों ने इन तकनीक के माध्यम से अपनी क्षमता बढ़ाई है।

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