Special 26 Inspired Heist in Delhi! क्या करोल बाग की ज्वेलरी वर्कशॉप में फर्जी IT रेड ने सच में 1.1 किग्रा. सोना उड़ाया? फरार आरोपी शेख अकरम अब पकड़ा गया! नकली वर्दी, CCTV चोरी और मास्टरमाइंड की गुत्थी का सच क्या है? 

नई दिल्ली। बॉलीवुड फिल्म ‘स्पेशल 26’ से प्रेरित होकर करोल बाग की एक ज्वेलरी वर्कशॉप में फर्जी इनकम टैक्स रेड की योजना बनाने और करीब 1.1 किलोग्राम सोना लूटने के मामले में पुलिस ने फरार आरोपी शेख अकरम (49) को गिरफ्तार कर लिया है। दक्षिण दिल्ली के मदनगीर इलाके का रहने वाला अकरम पहले इस चोरी में मदद करने वाला मुख्य आरोपी था। पुलिस ने उसके पास से 130.162 ग्राम सोना और चोरी में इस्तेमाल मोटरसाइकिल बरामद की।

नकली IT रेड की योजना कैसे बनाई गई?

पुलिस के मुताबिक, 27 नवंबर को पांच से छह लोग ज्वेलरी वर्कशॉप में घुसे। इनमें से एक आरोपी ने दिल्ली पुलिस की नकली वर्दी पहनी थी और बाकी ने खुद को इनकम टैक्स अधिकारी बताया। उन्होंने मालिक और कर्मचारियों के मोबाइल जब्त किए और फर्जी तलाशी ली। इसके बाद, करीब 1.1 किलो सोना लेकर भाग गए। भागने से पहले उन्होंने CCTV DVR भी हटा लिया, ताकि कोई सबूत न बचे।

फरार आरोपी को पकड़ने के लिए क्या किया गया?

पहले पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन शेख अकरम फरार था। पुलिस ने उसकी गतिविधियों की खास जानकारी के आधार पर 14 दिसंबर को CR पार्क के गेस्ट हाउस में जाल बिछाकर छापा मारा। तकनीकी और मैनुअल सर्विलांस के जरिए उसकी पहचान पक्की की गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में अकरम ने अपनी भूमिका स्वीकार की।

मास्टरमाइंड और नेटवर्क की कहानी क्या है?

पुलिस के अनुसार, अकरम ने रैकेट के मास्टरमाइंड परमिंदर, जो एक सरकारी कर्मचारी है और पहले गिरफ्तार हो चुका है, के साथ जगहों की डिटेल साझा की थी। पुलिस ने बताया कि अकरम कई सालों से करोल बाग में ज्वेलरी बनाने वाली यूनिट्स में काम कर रहा था। अधिकारी ने कहा कि अकरम द्वारा दी गई जानकारी का इस्तेमाल जल्दी पैसा कमाने के लिए फर्जी IT रेड की योजना बनाने में किया गया।

चोरी का सोना और आगे की जांच

पुलिस ने कहा कि शेष चोरी का सोना बरामद करने और अन्य सहयोगियों की पहचान करने के लिए जांच अभी जारी है। यह मामला यह दिखाता है कि कैसे फिल्मी आइडिया वास्तविक जीवन में साजिश और अपराध में बदल सकता है।