सार
Rain Alert in India: भारत में मौसम ने ली रहस्यमयी करवट! IMD ने देश के कई राज्यों में भारी बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है।पूर्वोत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक मौसम का कहर बरपने वाला है।जानिए कहां और कब मचेगा प्राकृतिक तूफान का तांडव!
IMD rain alert in india: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले सप्ताह तक देश के कई हिस्सों में भारी बारिश, गरज के साथ बिजली गिरने और तेज़ हवाओं की संभावना जताई है। इस दौरान कई राज्यों में मौसम संबंधित अलर्ट भी जारी किया गया है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
देशभर में व्यापक वर्षा का अनुमान
IMD के ताजा अपडेट के अनुसार, 18 मई से लेकर 24 मई तक भारत के कई राज्यों में लगातार बारिश का दौर चलेगा। विशेष रूप से पूर्वोत्तर राज्यों, दक्षिणी तटीय इलाकों और उप-हिमालयी क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है। साथ ही कई इलाकों में गरज-चमक के साथ तेज़ हवाएं भी चलेंगी, जो मौसम को और भी अप्रत्याशित बना देंगी।
पूर्वोत्तर भारत में भारी से बहुत भारी बारिश
असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा और सिक्किम जैसे पूर्वोत्तर राज्य अगले 5-6 दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश की चपेट में रहेंगे। इस क्षेत्र में 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज़ हवाएं भी चलने की संभावना है, जिससे स्थानीय जनजीवन प्रभावित हो सकता है। IMD ने इन राज्यों के लोगों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है।
केरल, कर्नाटक और तटीय इलाकों में अलर्ट
18 मई से 24 मई के बीच कर्नाटक, केरल, कोंकण और गोवा समेत पश्चिमी तटीय इलाकों में भी भारी बारिश का अनुमान है। तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश के तटीय हिस्सों में अलग-अलग दिनों में तेज बारिश होने की संभावना है। कर्नाटक के कई जिलों में ‘रेड’ अलर्ट जारी किया गया है, जहाँ स्थानीय प्रशासन ने आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है।
उत्तर भारत में ओलावृष्टि और गरज-चमक के साथ बारिश का खतरा
उत्तर भारत के हिमालयी क्षेत्र जैसे हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में 18 से 20 मई के बीच गरज के साथ बारिश का दौर शुरू होगा। 19 मई को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ इलाकों में ओलावृष्टि भी हो सकती है, जो फसलों और जनजीवन के लिए जोखिम भरा साबित हो सकता है। दिल्ली में हल्की बारिश और तेज हवाओं का दौर जारी रहेगा।
तापमान में गिरावट और मौसम की गंभीरता
अगले तीन दिनों में पूर्वोत्तर राज्यों में तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने का अनुमान है, जिससे ठंडक बढ़ेगी। IMD ने सभी प्रभावित इलाकों में मौसम के प्रति सतर्क रहने और अपडेट्स को नियमित रूप से देखने की सलाह दी है।
सावधानियां और सुझाव
- भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण जलभराव और पेड़ गिरने का खतरा रहता है, इसलिए अनावश्यक बाहर जाने से बचें।
- खेतों में ओलावृष्टि से बचाव के लिए उचित कदम उठाएं।
- स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी चेतावनियों का पालन करें और आपातकालीन नंबरों को अपने पास रखें।
- वाहन चलाते समय सावधानी बरतें क्योंकि तेज़ बारिश में सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं।
भारत के कई हिस्सों में इस बारिश के दौर से जनजीवन प्रभावित हो सकता है, इसलिए IMD की मौसम संबंधी चेतावनियों को नजरअंदाज न करें और सभी सावधानियां बरतें।