Ceasefire: भारत और पाकिस्तान के बीच 4 दिन चला टकराव शनिवार को युद्ध विराम के साथ ही समाप्त हो गया। India Today की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान को लड़ाई में जिस तरह भारी नुकसान हो रहा था। वह इसे तत्काल रोकने के लिए बेचैन था। भारत ने पाकिस्तान के साथ अपनी शर्तों पर युद्ध विराम पर सहमति जताने का फैसला किया।

इस झगड़े की शुरुआत जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले से हुई। इसके चलते 26 लोग मारे गए थे। भारत की सेनाओं ने बदला लेने के लिए ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) चलाया। पहली बार पाकिस्तान के अंदरुनी इलाके तक हमला कर आतंक के अड्डों को तबाह किया गया। लॉन्चिंग पैड के साथ आतंकी संगठनों के मुख्यालय और ट्रेनिंग सेंटर तबाह किए गए।

नरेंद्र मोदी ने साफ कहा था-हमारी शर्तों पर करना होगा युद्ध विराम

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) और एयर आईएसआई प्रमुख असीम मलिक ने भारतीय NSA अजीत डोभाल से बातचीत शुरू करने की कोशिश की। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने NSA डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर दोनों को साफ कह दिया था कि कोई भी संघर्ष विराम केवल "हमारी शर्तों पर" ही आगे बढ़ेगा।

विदेश सचिव ने जानकारी दी है कि पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (DGMO) ने शुक्रवार को 15:35 बजे IST पर अपने भारतीय समकक्ष से संपर्क किया। बातचीत के दौरान दोनों पक्षों ने 17:00 बजे IST से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य गतिविधियों को रोकने पर सहमति जताई।

द्विपक्षीय स्तर पर बनी युद्ध विराम पर सहमति

भारत और पाकिस्तान दोनों ने युद्ध विराम लागू करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। दोनों DGMO 12 मई को 12:00 बजे IST पर स्थिति की समीक्षा करने के लिए फिर से बात करेंगे। इस घोषणा से पहले कई दिनों तक एनएसए अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ संघर्ष विराम को लेकर बातचीत की। पीएम नरेंद्र मोदी लगातार इस बातचीत का अपडेट ले रहे थे। युद्ध विराम पर सहमति भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय स्तर पर बनी। किसी तीसरे देश ने मध्यस्थता नहीं की। पाकिस्तानी डीजीएमओ ने पहले भारत को कॉल किया था।