पहलगाम हमले के बाद, राष्ट्रीय हितों के खिलाफ काम करने वाले सोशल मीडिया अकाउंट्स और प्रभावशाली लोगों पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठी है। संसदीय समिति ने संबंधित मंत्रालयों से जवाब मांगा है।

Pahalgam Attack Latest Update: (नई दिल्ली). पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत हर क्षेत्र पर पैनी नज़र रख रहा है। इतना ही नहीं कई कदम भी उठा रहा है। इनमें डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। अब पहलगाम आतंकी हमले के बाद राष्ट्रीय हितों के खिलाफ काम करने वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और इनफ्लुएंसर पर बैन लगाने की संसदीय समिति ने मांग की है। इस बारे में दो प्रमुख मंत्रालयों से संसदीय समिति ने सफाई मांगी है।

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की अध्यक्षता वाली संचार और सूचना प्रौद्योगिकी की स्थायी समिति ने देश के कुछ सोशल मीडिया हैंडल और प्रभावशाली लोगों की गतिविधियों पर चिंता जताई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये लोग देश हित के खिलाफ काम कर रहे हैं। इससे हिंसा भड़कने की आशंका है।


आईटी एक्ट 2000 के तहत कार्रवाई के निर्देश
सूचना और प्रसारण मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के नियमों के तहत कार्रवाई की मांग की है। आईटी एक्ट 2000 और सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 के तहत भारत विरोधी सोशल मीडिया और इनफ्लुएंसर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए "सोची-समझी रणनीति" का ब्यौरा समिति ने मांगा है। सूत्रों ने बताया कि दोनों मंत्रालयों के सचिवों को 8 मई तक अपनी प्रतिक्रियाएं देने के लिए पत्र लिखा गया है।
 
पहलगाम हमले से ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की जांच शुरू
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की जांच तेज हुई है, जिसमें कम से कम 26 नागरिक, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, आतंकवादियों की गोली से मारे गए थे। भारत ने इस घिनौनी हरकत के लिए पाकिस्तान से जुड़े आतंकी समूहों को जिम्मेदार ठहराया है। हमले के बाद, राष्ट्रीय सुरक्षा हितों के लिए हानिकारक माने जाने वाले कंटेंट फैलाने के आरोप में कई सोशल मीडिया हैंडल को प्लेटफॉर्म पर ब्लॉक कर दिया गया है।