सार
India Pakistan Ceasefire: ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के साथ भारत और पाकिस्तान के बीच शुरू हुआ सैन्य टकराव शनिवार को चंद घंटे के लिए ठहरा। भारत और पाकिस्तान युद्ध विराम समझौते पर सहमत हुए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सोशल मीडिया पर घोषणा की। इसके कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने शनिवार देर रात जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए। इससे पहले से ही अशांत क्षेत्र में तनाव बढ़ गया। भारत ने भी पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब दिया। इसपर पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन हमले करने के आरोप लगाए।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किया। इसमें इंडियन एयर डिफेंस सिस्टम को श्रीनगर के ऊपर पाकिस्तानी मिसाइलों को रोकता दिखाया गया। उन्होंने इसे युद्ध विराम समझौते का "बेशर्म विश्वासघात" बताया। कहा, "यह कोई युद्ध विराम नहीं है। श्रीनगर के बीच में वायु रक्षा इकाइयों ने अभी-अभी गोलीबारी की है।"
पाकिस्तान ने मिसाइलों के बाद लॉन्च किए ड्रोन
भारतीय अधिकारियों के अनुसार, मिसाइल हमलों के बाद ड्रोन घुसपैठ और सीमा पार से गोलाबारी की गई। जम्मू और कश्मीर के कई सेक्टरों में नागरिक और सैन्य क्षेत्रों को निशाना बनाया गया। शनिवार देर रात विदेश मंत्रालय के सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पाकिस्तान ने युद्ध विराम समझौते पर बनी सहमति का घोर उल्लंघन किया है। उसे स्थिति समझनी चाहिए। भारत की सेनाओं को कड़ा जवाब देने के आदेश दिए गए हैं।
इससे पहले शनिवार शाम को विदेश सचिव ने घोषणा की कि भारत और पाकिस्तान ने शनिवार शाम 5 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य अभियान बंद करने पर सहमति जताई है। सरकार ने कहा कि वार्ता पाकिस्तान द्वारा शुरू की गई थी और दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के स्तर पर आयोजित की गई थी।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी इस घटनाक्रम की पुष्टि की। युद्ध विराम समझौते का स्वागत किया। उन्होंने शांति पहल को सुविधाजनक बनाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को धन्यवाद दिया। उम्मीद जताई कि यह क्षेत्र में मुद्दों को हल करने की दिशा में एक नई शुरुआत होगी। हालांकि, युद्धविराम की घोषणा के कुछ ही घंटों के भीतर पाकिस्तानी सेना ने श्रीनगर, कश्मीर के अन्य भागों, जम्मू, तथा राजस्थान और पंजाब के कई स्थानों, नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर ड्रोन हमले करके समझौते का उल्लंघन किया।