सार

चार दिन के टकराव के बाद हुए युद्धविराम समझौते को पाकिस्तान ने तोड़ा। ड्रोन हमले किए, भारत ने गिराए। विदेश सचिव ने चेतावनी दी तो पाकिस्तान ने कहा कि ईमानदारी से युद्धविराम समझौते का पालन करेंगे।

Pakistan ceasefire violation: चार दिन चले टकराव के बाद शनिवार शाम को भारत और पाकिस्तान युद्ध विराम समझौता पर सहमत हुए। इसकी घोषणा के कुछ ही समय बाद पाकिस्तान ने शनिवार रात को युद्ध विराम का उल्लंघन कर दिया। भारत में हमला करने के लिए ड्रोन भेजे। भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने कई ड्रोन मार गिराए। भारत की सेनाओं ने युद्ध विराम उल्लंघन का कड़ा जवाब दिया। इस दौरान भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई और चेतावनी दी।

भारत की चेतावनी के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तान युद्ध विराम के ईमानदारी से क्रियान्वयन के लिए प्रतिबद्ध है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भारत पर “कुछ क्षेत्रों में” संघर्ष विराम का उल्लंघन करने का आरोप लगाया, लेकिन अधिक जानकारी नहीं दी। कहा कि पाकिस्तान के सशस्त्र बलों ने स्थिति को “जिम्मेदारी और संयम” के साथ संभाला।

शहबाज शरीफ ने संघर्ष विराम समझौते के उल्लंघन पर साधी चुप्पी

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शनिवार देर रात टेलीविजन पर आकर भाषण दिया। उन्होंने कश्मीर में विस्फोटों की रिपोर्टों पर कुछ नहीं कहा। पाकिस्तान द्वारा युद्ध विराम समझौते के उल्लंघन के आरोप पर भी चुप्पी साध ली। इसके बजाय, पाकिस्तान की सैन्य प्रतिक्रिया की सराहना की और अपने देश के सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

PoK में सुनी गई धमाकों की आवाज

CNN की रिपोर्ट के अनुसार PoK में कई विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं। भिंबर जिले से विस्फोटों को आसमान में गूंजते सुना गया। इससे पहले श्रीनगर में धमाकों की आवाज सुनी गई थी। पाकिस्तान द्वारा भेजे गए ड्रोनों को भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने मार गिराया था।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद शुरू हुआ भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव

बता दें कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने हमला किया था। इसके चलते 26 लोगों की मौत हुई थी। भारत की सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर से इसका बदला लिया। 6-7 मई की रात को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में 9 जगहों पर आतंक के अड्डों को तबाह किया गया था। इसके बाद दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव शुरू हुआ।