सार
Operation Sindoor में भारत ने T-72 टैंकों और BMP-2 वाहनों की ताकत से पाकिस्तान व PoK में 9 आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए टूरिस्ट अटैक के जवाब में की गई थी।
Operation Sindoor: 7 मई 2025 की सुबह भारतीय सेना के इतिहास में हमेशा याद रखी जाएगी। Operation Sindoor के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में फैले 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया। पहली बार इस ऑपरेशन में T-72 टैंक और BMP-2 आर्मर्ड पर्सनल कैरियर्स को सीधे Line of Control (LoC) पर तैनात किया गया और दुश्मन के भीतर घुसकर आतंक का खात्मा किया गया।
पहलगाम टूरिस्ट अटैक का जवाब
यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 25 भारतीय और एक नेपाली टूरिस्ट की मौत के बाद किया गया। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) से जुड़े एक आतंकी संगठन ने ली थी। इसके जवाब में 7 मई को सुबह साढ़े तीन बजे, भारतीय सेना ने मिशन शुरू किया और Lashkar और Jaish-e-Mohammad के मुख्यालयों को पूरी तरह तबाह कर दिया।
T-72 टैंकों की सटीक मार और 4000 मीटर रेंज वाली मिसाइलें
एक इंटरव्यू में सेना के एक कर्नल ने बताया कि हमने ऑपरेशन से पहले LoC पर अपनी स्थिति मजबूत कर ली थी। T-72 टैंक 125 mm की तोपों से लैस हैं और इनमें 4000 मीटर तक मार करने वाली मिसाइलें भी हैं। हमने इनका सीमित लेकिन सटीक इस्तेमाल किया ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय सेना ने दुश्मन की उन पोस्ट्स को निशाना बनाया, जो आतंकी घुसपैठ को बढ़ावा दे रही थीं।
केवल 10% ताकत दिखाई, 90% अब भी तैयार खड़ी है
कर्नल के अनुसार, हमने बहुत कम संसाधनों का इस्तेमाल किया। यह एक मेजर परिघटना थी लेकिन पूर्ण युद्ध नहीं। हमारी पूरी आर्मर्ड ब्रिगेड तैयार खड़ी है।
Air Force और Infantry के बाद अब आर्मर्ड डिवीजन की वीरता का खुलासा
अब तक इस ऑपरेशन में वायुसेना और इन्फैंट्री की भूमिका ही सार्वजनिक थी लेकिन यह पहली बार है जब Armoured Division की भूमिका सामने आई है। यह भी साफ है कि सेना पूरी तरह से एक संगठित और सटीक ऑपरेशन के तहत आगे बढ़ी थी।
पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई नाकाम
ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान ने मिसाइल और ड्रोन के ज़रिए पलटवार करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय डिफेंस सिस्टम ने हर हमले को विफल कर दिया। 10 मई को दोनों देशों के बीच सीज़फायर पर सहमति बनी, लेकिन भारतीय सेना की स्थिति अब भी हाई अलर्ट पर है।
अब दुनिया को भारत का संदेश देने 51 सांसदों की टीम रवाना
अब केंद्र सरकार ने 51 सांसदों, पूर्व मंत्रियों और विभिन्न दलों के नेताओं की एक टीम गठित की है, जो दुनिया के कई देशों में जाकर भारत की आतंकवाद विरोधी नीति और ऑपरेशन सिंदूर के पीछे की मजबूरी और रणनीति को प्रस्तुत करेगी।