सार
Operation Sindoor: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार की शाम देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद और पाकिस्तान को लेकर भारत की नीति दुनिया को साफ-साफ बताई। कहा कि अगर कोई आतंकी हमला हुआ तो भारत अपने तरीके से जवाब देगा।
भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिन टकराव चलने के बाद एक-दूसरे पर हमले रोकने को लेकर सहमति बनी है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दोनों देशों को इसके लिए राजी करने की क्रेडिट ले रहे हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ संदेश दिया है कि भारत ने जवाबी हमले सिर्फ स्थगित किए हैं। अपने भाषण में उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप का एक बार भी नाम नहीं लिया।
आतंकवाद और पाकिस्तान को लेकर नरेंद्र मोदी ने दुनिया को दिए ये 10 साफ संदेश
1- 'सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद अब ऑपरेशन सिंदूर आतंक के खिलाफ भारत की नीति है।'
2- 'ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक नई लकीर खींच दी है। नया पैमाना बनाया है।'
3- 'पहला भारत पर आतंकी हमला हुआ तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। हम आपने तरीके से अपने शर्तों पर जवाब देकर रहेंगे। हर उस जगह जाकर कठोर कार्रवाई जहां से आतंक की जड़ें निकलती हैं।'
4- 'दूसरा कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा। न्यूक्लियर ब्लैकमेल की आड़ में पनप रहे आतंकी ठिकानों पर भारत सटीक और निर्णायक प्रहार करेगा।'
5- 'तीसरा हम आतंक की सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेंगे।'
6- 'ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने पाकिस्तान का घिनौना सच भी देखा है। जब मारे गए आतंकियों को विदाई देने पाकिस्तानी सेना के बड़े-बड़े अफसर उमड़ पड़े। स्टेट स्पॉन्सर्ड टेररिज्म का ये बहुत बड़ा सबूत है।'
7- 'हम भारत और अपने नागरिकों को किसी भी खतरे से बचाने के लिए लगातार निर्णायक कदम उठाते रहेंगे।'
8- 'पाकिस्तानी फौज, पाकिस्तान की सरकार, जिस तरह आतंकवाद को खाद-पानी दे रहे हैं वो एक दिन पाकिस्तान को ही समाप्त कर देगा। पाकिस्तान को अगर बचना है तो उसे अपने टेरर इन्फ्रास्ट्रक्चर का सफाया करना ही होगा। इसके अलावा शांति का कोई रास्ता नहीं है।'
9- 'भारत का मत एकदम स्पष्ट है। टेरर और टॉप एक साथ नहीं होंगे। टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं चल सकते। पानी और खून भी एक साथ नहीं बह सकते।'
10- ‘मैं आज विश्व समुदाय को भी कहूंगा हमारी घोषित नीति रही है अगर पाकिस्तान से बात होगी तो आतंकवाद पर ही होगी। अगर पाकिस्तान से बात होगी तो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) पर ही होगी।’