सार
Operation Sindoor: DRDO के चेयरमैन समीर वी कामत ने गुरुवार को कहा कि भारत के हथियार लड़ाई में परखे गए हैं। इन्होंने अपनी क्षमता साबित की है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के हथियार निर्यात में तेजी आएगी। CII Annual Business Summit 2025 में समीर कामत ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल किए गए हथियारों ने संभावित खरीदारों के बीच विश्वास बढ़ाया है। कामत ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद निर्यात बढ़ेगा। अब इन (हथियारों) का वार टेस्ट हो चुका है।"
उन्होंने कहा, "इस समय हम 100 देशों को हथियारों का निर्यात कर रहे हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि ये उपकरण सौ देशों में जाएंगे। कुछ अन्य देश जो अभी हमसे उपकरण नहीं खरीद रहे हैं वे भी अभी हमारे उपकरण खरीदने में रुचि लेंगे।"
ADA को मिली है AMCA विकसित करने की जिम्मेदारी
कामत ने AMCA (Advanced Medium Combat Aircraft) प्रोग्राम के लिए Execution Model को मिली सरकारी मंजूरी पर चर्चा की। इससे लड़ाकू विमान के विकास में निजी क्षेत्र की भागीदारी हो सकेगी। 27 मई को रक्षा मंत्रालय ने AMCA विकसित करने के मॉडल को मंजूरी दी थी। ADA (Aeronautical Development Agency) को AMCA विकसित करने की जिम्मेदारी मिली है।
इसके लिए वह सरकारी और प्राइवेट कंपनियों से सहयोग ले सकेगी। निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों के लिए भागीदारी के समान अवसर मिलेंगे। कंपनियों को स्वतंत्र रूप से बोली लगाने, संयुक्त उद्यम बनाने या संघ बनाने की अनुमति दी गई है। बोली लगाने वाली इकाई को भारतीय कानूनों और रेगुलेशन का पालन करना होगा।
AMCA बनाने के लिए बोली लगा सकता है HAL
इसपर कामत ने कहा, "इस Execution model में HAL बोली लगा सकता है। निजी क्षेत्र बोली लगा सकता है। वे संयुक्त उद्यम के रूप में भी बोली लगा सकते हैं। इस प्रकार, इससे निजी क्षेत्र के लिए लड़ाकू विमानों को तैयार करने में भागीदारी का रास्ता खुलेगा।"
कामत ने कहा कि AMCA का विकास 2034 तक पूरा होने की उम्मीद है। इसका उत्पादन 2035 में शुरू होगा। 2029 तक पहला प्रोटोटाइप विमान उड़ान भरेगा।