Brahmos Missile: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए अपनी ताकत का लोहा पूरी दुनिया को मनवा दिया है। इस ऑपरेशन में ब्रह्मोस मिसाइल ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी क्षमता साबित की, जिससे वैश्विक ताकतों की भी नजरें इस पर टिक गई हैं।
Brahmos Missile: आपरेशन सिंदूर से भारत ने पूरी दुनिया में अपनी ताकत का डंका बजवाया है। इस ऑपरेशन में ब्रह्मोस मिसाइल ने आतंकवादियों के खिलाफ अपनी जबरदस्त ताकत दिखाई, जिससे पूरी दुनिया की नजरें इस खास मिसाइल पर टिकी हैं।
प्रसिद्ध वैज्ञानिक ने ब्रह्मोस के बारे में बताई ये बड़ी बात
ब्रहमोस मिसाइल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रसिद्ध वैज्ञानिक और ब्रह्मोस एयरोस्पेस के पूर्व एमडी व सीईओ सुधीर मिश्रा ने एक मीडिया चैनल से बात करते हुए इसके बारे में अहम जानकारी दीं। उन्होंने कहा कि दुनिया में ऐसा कोई एयर डिफेंस सिस्टम नहीं है, जो इसे रोक पाए।
“चीन और पाकिस्तान अभी काफी पीछे”
डा. सुधीर मिश्रा के अनुसार, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की क्षमता हासिल करने में चीन और पाकिस्तान अभी काफी पीछे हैं। ब्रह्मोस की तीन खास विशेषताएं हैं। पहला कि इसकी आवाज की गति से तीन गुना अधिक है, यह दुश्मन के रडार पर केवल 10 किलोमीटर के दायरे तक ही दिखाई देती है, और इतनी सीमित दूरी में इसे किसी भी एयर डिफेंस सिस्टम द्वारा पकड़ पाना लगभग असंभव है।
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ब्रह्मोस मिसाइल की गति 900 मीटर प्रति सेकंड है
डा. सुधीर ने बताया कि ब्रह्मोस मिसाइल की गति 900 मीटर प्रति सेकंड है जो बहुत तेज है। उन्होंने मिसाइल विशेषज्ञ डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की मेहनत और ब्रह्मोस मिसाइल के विकास की कहानी भी साझा की। ब्रह्मोस दुनिया की पहली ऐसी क्रूज मिसाइल है, जिसकी रफ्तार इतनी ज्यादा है। इसकी क्षमता 30 किलोमीटर से लेकर 300 किलोमीटर तक है और इसे पानी, जमीन और हवा तीनों जगह से लॉन्च किया जा सकता है।