Indigo News: इंडिगो में हाल ही में हुए बड़े फ्लाइट डिसरप्शन के बाद कंपनी ने एक ग्लोबल एविएशन कंसल्टिंग फर्म को स्वतंत्र जांच के लिए नियुक्त किया है। वहीं DGCA ने सख्ती दिखाते हुए 4 फ्लाइट ऑपरेशंस इंस्पेक्टर को बर्खास्त किया और CEO को तलब किया है। 

Indigo Action Update: भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो अब क्राइसिस से निकलने की कोशिश कर रही है। हफ्तेभर से चल रही भारी फ्लाइट डिसरप्शन के बाद कंपनी ने एक स्पेशलाइज्ड ग्लोबल कंसल्टिंग फर्म को नियुक्त किया है, जो पूरे मामले की स्वतंत्र जांच करेगी। कंपनी का कहना है कि इस कदम का मकसद सिर्फ समस्या ढूंढना नहीं, बल्कि ऑपरेशंस को और मजबूत बनाना है। इंडिगो ने चीफ एविएशन एडवाइजर्स LLC को जांच की जिम्मेदारी दी है। इस टीम को कैप्टन जॉन इल्सन (John Illson) लीड करेंगे, जो FAA, ICAO, IATA और कई ग्लोबल एयरलाइंस में 40 साल से ज्यादा का एक्सपीरिएंस रख चुके हैं।

इंडिगो का बयान

कंपनी के मुताबिक, कैप्टन इल्सन ग्लोबल एविएशन स्ट्रैटेजी के एक्सपर्ट, इंटरनेशनल स्टैंडर्ड सेट करने में अहम रोल, नई एयरक्राफ्ट टेक्नोलॉजी और सेफ्टी लीडरशिप के मास्टर हैं। एयरलाइन ने साफ कहा कि उसका उद्देश्, 'हालिया ऑपरेशनल डिसरप्शन की स्वतंत्र जांच और सुधार के नए मौके तलाशना है।'

DGCA का एक्शन, चार इंस्पेक्टर हटाए गए

फ्लाइट कैंसिलेशन के बाद DGCA भी पूरी तरह एक्शन मोड में आ गया है। एविएशन रेगुलेटर ने अपने चार फ्लाइट ऑपरेशंस इंस्पेक्टर को बर्खास्त कर दिया है। ये वही अधिकारी थे, जो सीधा इंडिगो की मॉनिटरिंग कर रहे थे। हालांकि, DGCA ने हटाने की वजह साफ नहीं बताई, लेकिन यह कदम साफ दिखाता है कि केंद्र अब मामले में किसी तरह की ढील नहीं देना चाहता।

इंडिगो CEO तलब

इसी बीच इंडिगो सीईओ पीटर एल्बर्स को दो दिनों तक DGCA की हाई-लेवल कमेटी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। कमेटी जांच कर रही है कि आखिर मेल्टडाउन का कारण क्या था? कहां सिस्टम फेल हुआ? क्या क्रू की कमी पहले से पता थी?

इंडिगो में क्या हुआ था?

5 दिसंबर को हालात सबसे खराब रहे जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें कैंसिल हुईं। देशभर में लाखों यात्री एयरपोर्ट्स पर फंसे रह गए। इंडिगो के मार्केट शेयर करीब 65% है, इसलिए इसका असर पूरे देश के हवाई सफर पर दिखा। यह संकट उस वक्त फूटा जब नए FDTL (Flight Duty Time Limitation) नियम लागू हुए। इंडिगो पहले ही स्टाफ शॉर्टेज से जूझ रहा था और अचानक नए नियमों के हिसाब से पूरे क्रू शेड्यूल को बदलना भारी पड़ गया। कुछ एविएशन एक्सपर्ट्स का दावा है कि यह संकट शायद सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश भी हो सकता है ताकि नए FDTL रूल्स को ढीला किया जा सके।

इंडिगो में अब कैसी स्थिति है?

अब स्थिति में सुधार बताया जा रहा है। OTP फिर से 92% के ऊपर पहुंच गया है। सरकार ने IndiGo को 10% फ्लाइट्स कम करने का निर्देश दिया ताकि सिस्टम स्थिर हो सके। अच्छी बात यह है कि फ्लाइट कैंसिलेशन अब कम हो गए हैं, गुरुवार को इंडिगो ने लगभग 1,950 फ्लाइटें ऑपरेट कीं, OTP (On-Time Performance) दो दिन से लगातार 92% से ऊपर चल रही है, DGCA अब हर दिन कंपनी के ऑपरेशंस और रिफंड प्रोसेस की मॉनिटरिंग कर रहा है।