DGCA Weather Guidelines 2025: डीजीसीए ने खराब मौसम में उड़ानों के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए। यह कदम हाल की केदारनाथ हेलिकॉप्टर दुर्घटनाओं और इंडिगो फ्लाइट में हुई तेज़ टर्ब्युलेंस के बाद उठाया गया है।

DGCA Weather Guidelines 2025: भारत में एविएशन सेफ्टी के लिए खराब मौसम में फ्लाइट को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। डीजीसीए (Directorate General of Civil Aviation) ने सोमवार को सभी शेड्यूल और नॉन-शेड्यूल एयरलाइन ऑपरेटरों के लिए नए ऑपरेशनल सर्कुलर जारी किए हैं। गाइडलाइन में कहा गया है कि खराब मौसम में फ्लाइट सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए, ना कि फ्लाइट टाइमिंग या शेड्यूल पालन को। DGCA ने जोर देकर कहा कि पायलट खराब मौसम की स्थिति में बिना हिचकिचाहट उड़ान डायवर्ट करें और निर्णय लेते समय 'on-time performance' का दबाव महसूस न करें।

रात और बारिश में लैंडिंग: ‘दृष्टि भ्रम’ से बचें

नई गाइडलाइन में रात के समय, बारिश या गीले रनवे पर लैंडिंग करते समय होने वाले visual illusions को भी महत्वपूर्ण बताया गया है। DGCA ने कहा: पायलट को रनवे पर विजुअल क्यूज की पुष्टि इंस्ट्रूमेंट्स से करनी चाहिए। यह उन परिस्थितियों में बेहद अहम है जब विजिबिलिटी कम हो और पायलट को गलत अंदाज़ा हो सकता है कि विमान कितनी ऊंचाई पर है।

हालिया घटनाओं ने बढ़ाई चिंता

DGCA का यह कदम दो प्रमुख घटनाओं के बाद सामने आया है। केदारनाथ क्षेत्र में हालिया हेलिकॉप्टर क्रैश, जिसमें खराब मौसम को एक बड़ी वजह माना गया। इसके पहले इंडिगो की एक फ्लाइट (IndiGo Srinagar Route) जो मई में अत्यधिक टर्ब्युलेंस का शिकार हुई थी। यात्रियों ने सीवियर झटकों और डरावने अनुभव की जानकारी दी थी।

DGCA ने क्या कहा नए सर्कुलर में?

  • सुरक्षा संबंधी निर्णयों में ऑपरेटरों को पूरा समर्थन मिलेगा
  • टर्ब्युलेंस, कम विजिबिलिटी और रनवे कंडीशन पर लगातार अपडेट जरूरी
  • पायलट को Go-Around या Diversion का फैसला लेने की पूरी स्वतंत्रता
  • नाइट ऑपरेशन में विशेष सतर्कता और इंस्ट्रूमेंट-कन्फर्मेशन अनिवार्य

एक्सपर्ट ने क्या कहा?

एविएशन एक्सपर्ट कैप्टन मोहन राव का कहना है: यह बहुत ज़रूरी था। कई बार पायलट समय की पाबंदी के दबाव में गलत फैसले ले लेते हैं। DGCA का यह कदम भारतीय एविएशन को ज्यादा प्रोफेशनल और सेफ बनाएगा।