सार

हुगली में बीजेपी के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों पर जबरन सिंदूर लगाने का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। ममता बनर्जी के 'सिंदूर' वाले बयान के बाद यह विवाद और गहरा गया है।

हुगली न्यूज़: 'सिंदूर' विवाद ने राज्य की राजनीति में तूफान ला दिया है। 'सिंदूर बेचकर राजनीति कर रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी'। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस बयान के बाद हुगली जिले का चूंचुड़ा शहर गरमा गया। मुख्यमंत्री के बयान के विरोध में बंगाल बीजेपी ने प्रदर्शन किया। यहीं नहीं, प्रदर्शन को काबू करने गईं पुलिसकर्मियों को जबरन सिंदूर लगा दिया गया, जिससे तनाव और बढ़ गया।

यह घटना शुक्रवार दोपहर चूंचुड़ा के पिपुलपाती पांचमाथा मोड़ पर हुई। बीजेपी कार्यकर्ता वहां सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। आरोप है कि जब महिला पुलिसकर्मी बीजेपी की महिला कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन को नियंत्रित करने गईं, तो बीजेपी की महिला नेताओं ने उन पुलिसकर्मियों को जबरन सिंदूर लगा दिया। इसी बात पर विवाद शुरू हो गया और चूंचुड़ा के पिपुलपाती इलाके में तनाव फैल गया।

बताया जा रहा है कि करीब आधे घंटे तक प्रदर्शन और सड़क जाम रहा। इसके बाद चूंचुड़ा थाने की पुलिस बल मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों को सड़क से हटाने की कोशिश की। जब कुछ विवाहित महिला पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों को हटाने गईं, तो प्रदर्शनकारी महिलाओं ने उन विवाहित महिला पुलिसकर्मियों को सिंदूर लगा दिया। इससे पुलिस का एक धड़ा भड़क गया और पुलिस और महिला प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। बाद में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सड़क से हटा दिया।

दूसरी ओर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में एक जनसभा में ममता बनर्जी सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, ''राज्य में हिंसा, तुष्टिकरण, दंगे और भ्रष्टाचार की राजनीति चल रही है। मुक्ति की जरूरत है और लोग बीजेपी के विकास मॉडल की ओर देख रहे हैं।''

गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा था कि पश्चिम बंगाल को "हिंसा, तुष्टिकरण, दंगे और भ्रष्टाचार की राजनीति" से मुक्ति दिलानी होगी और लोग "बीजेपी के विकास मॉडल" की ओर देख रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा था, ''पश्चिम बंगाल एक साथ कई संकटों से जूझ रहा है। पहला, समाज में फैली हिंसा और अराजकता का संकट। दूसरा, हमारी माताओं और बहनों की असुरक्षा जो जघन्य अपराधों का शिकार हो रही हैं। तीसरा संकट है युवाओं में फैली निराशा और व्यापक बेरोजगारी। चौथा संकट है प्रशासन पर स्थानीय निवासियों का भरोसा लगातार कम होना। पांचवां संकट है सत्ताधारी दल की स्वार्थी राजनीति, जो गरीबों के अधिकारों को छीन रही है।''

बता दें कि अलीपुरद्वार में एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और प्रशासनिक विफलता के आरोप लगाए थे। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मोदी के बयान को 'झूठा और मनगढ़ंत' बताते हुए उनकी कड़ी आलोचना की थी।