अंतरराष्ट्रीय और घरेलू यात्राओं के लिए बीमा क्यों ज़रूरी है? मेडिकल, दुर्घटना, और यात्रा में बाधा जैसी समस्याओं से कैसे बचें? जानिए इंश्योरेंस कवर, एड-ऑन, और सही अमाउंट चुनने के बारे में।
अक्सर लोग इंटरनेशनल या डोमेस्टिक ट्रिप पर जाते वक़्त इंश्योरेंस के बारे में नहीं सोचते। लेकिन हाल की कुछ घटनाओं ने इंश्योरेंस की अहमियत दिखाई है। ये पॉलिसी मेडिकल इमरजेंसी, दुर्घटना, यात्रा में परेशानी और ज़रूरी कागज़ या सामान खो जाने पर सुरक्षा देती हैं। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
इंटरनेशनल ट्रिप के लिए कम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस
विदेश यात्रा पर जाते समय कम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस ज़रूरी है। ये इंश्योरेंस हॉस्पिटल में भर्ती, सर्जरी और OPD जैसी सभी मेडिकल खर्चों को कवर करता है। दुर्घटना में मौत होने पर नॉमिनी या बीमाधारक को एक तय रकम मिलती है। फ्लाइट कैंसिल या लेट होने जैसी परेशानी में नॉन-रिफंडेबल खर्चों की भरपाई करता है। पासपोर्ट, सामान या ज़रूरी कागज़ खो जाने पर मदद मिलती है। हवाई दुर्घटना में कई और फ़ायदे भी मिलते हैं। पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस के साथ क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस लेने से यात्रा के दौरान और भी सुरक्षा मिलती है।
एड-ऑन कवर
बेसिक इंश्योरेंस के साथ कुछ एड-ऑन कवर भी ले सकते हैं। एडवेंचर स्पोर्ट्स कवर, जैसे स्कीइंग, डाइविंग जैसी एक्टिविटी के लिए अच्छा है। वीज़ा रिजेक्ट होने पर फ्लाइट, होटल जैसी नॉन-रिफंडेबल बुकिंग से होने वाले नुकसान से बचाता है।
इंश्योरेंस अमाउंट
अपनी ज़रूरत के हिसाब से इंश्योरेंस अमाउंट चुनें। अलग-अलग देशों में अलग-अलग खर्चे होते हैं। शेंगेन देशों के वीज़ा के लिए ट्रैवल इंश्योरेंस ज़रूरी है। जितने दिन वहाँ रहेंगे, उतने दिन का इंश्योरेंस होना चाहिए। USA और कनाडा में मेडिकल खर्चे ज़्यादा होते हैं, इसलिए उसके हिसाब से इंश्योरेंस अमाउंट चुनें। UK, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड में इंश्योरेंस ज़रूरी नहीं है, लेकिन मेडिकल खर्चे काफ़ी होते हैं, इसे ध्यान में रखें।
घरेलू यात्रा बीमा
आमतौर पर घरेलू यात्रा की अवधि और दायरे के आधार पर, इस बीमा की लागत 50 से 150 रुपये के बीच होती है। अगर आप भारत भर में कई दिनों की यात्रा पर जा रहे हैं, तो आप एक व्यापक बीमा ले सकते हैं, जिसकी लागत 300 से 800 रुपये के बीच हो सकती है। रेल यात्रा के लिए, IRCTC स्वयं बीमा प्रदान करता है, जिसका प्रीमियम मात्र 0.49 रुपये से शुरू होता है और 10 लाख रुपये तक का दुर्घटना बीमा होता है। विशेषज्ञों की मदद से इस दिशा में आगे बढ़ा जा सकता है।