सार

Indias idea of luxury: भारत में अब लग्जरी ट्रैवल का मतलब सिर्फ फाइव स्टार होटल नहीं रहा। अब इंडियन ट्रैवलर संस्कृति, अनुभव और स्थानीय जुड़ाव वाली जगहों को लग्जरी मानने लगे हैं।

Luxury travel Changed in india: भले ही अब तक इंडियन ट्रेवलर के लिए लग्जरी का मतलब पांच सितारा होटल या फिर यूरोप की बेहतरीन जगहों में घूमना हो लेकिन भारत में आप घूमने की यह परिभाषा बदल गई है। आज के समय में इंडियन ट्रैवलर तूफानी माहौल या यूरोपीय देश की जगह ऐसी जगह को चुन रहा है जिसमें व्यक्तिगत मूल्यों के साथ कहानियां भी छिपी हो। परिवार छुट्टियां मनाने के लिए अलग तरह की डेस्टिनेशन चुन रहा है। आईए जानते हैं कैसे इंडियन ट्रैवलर के लिए लग्जरी की परिभाषा बदल गई है।

कहां नहीं, आखिर क्यों घूमने जा रहे हैं कहीं?

भारतीय ट्रेवलर अब तक विलासिता यानी की लग्जरी की ओर भाग रहा था जिसमें उसे बड़ी-बड़ी बिंल्डिंग से लेकर पांच सितारा होटल तक अट्रेक्ट करते थे। हर तरह की सुविधाओं से लबरेज लग्जरी प्लेस को पसंद किया जा रहा था। लेकिन अब ट्रैवलिंग में लग्जरी का मतलब काफी हद तक बदल चुका है। अब व्यक्ति यह नहीं देखता कि वह कहां जा रहा है? बल्कि इस बात पर ध्यान ज्यादा देता है कि आखिर किसी भी डेस्टिनेशन में क्यों क्यों जा रहा है। ट्रैवलर ऐसी जगह को पसंद कर रहे हैं जहां पर किसी खास सभ्यता या संस्कृति का जुड़ाव हो। 

यात्रा के दौरान स्थानीय लोगों से बढ़ रही हैं नजदीकियां

किसी खास स्थान में जाने के बाद वहां होटल के बजाय लोग स्थानीय खाना, वहां के लोगों के साथ समय बिताना और वहां का खाना बनाना सीखना चाहते हैं। पुर्तगाल में अंगूर के बाग में समय बिताना हो या फिर आइसलैंड में रोशनी भरे वातावरण में आनंद लेना। अब ट्रेवलर्स के लिए लग्जरी का मतलब बदल चुका है।

यंग जनरेशन ने बदला ट्रेवल ट्रेंड 

जेन जेड और मिलेनियल्स ने ट्रेवल की परिभाषा इंडिया में बदल दी है। अब लोग सिर्फ तस्वीरें क्लिक करने के लिए नहीं बल्कि ऑफबीट प्लेस अलग महसूस करने के लिए घूम रहे हैं।