सार
Indian railway luggage rules: भारतीय रेलवे में सफर करते समय भी लगेज लिमिट तय होती है। फर्स्ट एसी से लेकर जनरल कोच तक सामान की सीमा और एक्स्ट्रा चार्ज की पूरी गाइड जानें, ताकि भारी फाइन से बचा जा सके।
Indian Train Travel Tips: फ्लाइट से सफर के दौरान अक्सर हम बैग का वजन करते हैं ताकि ये कहीं ज्यादा ना हो। अगर ज्यादा हुआ तो पैसे देने पड़ सकते हैं। फ्लाइट में लगेज वेट की एक सीमा होती है हालांकि लोगों को लगता है ट्रेन में किसी भी तरह का सामान ले जाया सकता है। पर कहा जाए आप बिल्कुल गलत सोच रहे हैं तो क्या कहेंगे। दरअसल, फ्लाइट की तरह ट्रेन में भी अलग-अलग डिब्बों में सामान ले जाने की एक सीमा निर्धारित है। अगर सामान उससे ज्यादा हुआ तो परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है।
ट्रेन में सामान ले जाने की गाइडलाइन
1) यदि First AC वाले कोच में टिकट बुक की है। तो आप अपने साथ लगभग 70 किलोग्राम का सामान किसी दूसरी जगह आराम ले सकते हैं। इतना ही नहीं फर्स्ट एसी में सफर करने वाले लोगों को रेलवे खास सुविधा देते हैं। जहां वह अन्य 15 किलो का लगेज साथ ले जा सकते हैं। इसके लिए किसी भी तरह का चार्ज या फिर फाइन नहीं देना पड़ेगा।
2) Second-Third AC की बात करें तो थर्ड एसी में आप टोटल 60 किलो सामान ले जा सकते हैं। जहां 50 किलो सामान निर्धारित है। जबकि 10 किलोग्राम पर रेलवे की तरफ से छूट जा दी जाती है। यदि इससे ज्यादा सामान ले जा रहे हैं। तो एक्स्ट्रा चार्ज देने होंगे। वहीं, थर्ड एसी में मात्र 40 किलो तक सामान ले जाया जा सकता है। हालांकि रेलवे 10 किलो सामान की छूट देता है। कुल
3) अब बारी आती है तो स्लीपर कोच की। ये डेली बेसेस पर सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाती है। आप इसमें 40 किलोग्राम तक का सामान अपने साथ ले जा सकते हैं। वहीं, 10 किलो एक्स्ट्रा सामान पर कोई चार्ज नहीं लगता है। इससे इतर जनरल डिब्बे में केवल 35 किलो तक सामान ले जाया जा सकता है।
सामान ज्यादा होने पर क्या करना पड़ेगा?
फ्लाइट की तरह रेलवे स्टेशन पर भी लगेज काउंटर होते हैं। जहां पर लगेज का वेट चेक कर सकते हैं। अगर ये ज्यादा हो रहा है तो सामान कम करें। या सेंटर पर बताए गए चार्ज को भर दें। यदि आप ऐसा नहीं करते हैं और ट्रेन में ज्यादा सामान लेकर जाते हैं और चेकिंग के दौरान पकड़े जाते हैं तो भारी पेनल्टी देनी पड़ सकती है। रेलवे ऐसी गलती पर 5-6 गुना ज्यादा फाइन वसूलता है।