सार

रेलवे ने टिकट बुकिंग में तीन बड़े बदलाव किए हैं: ओटीपी वेरिफिकेशन, एडवांस बुकिंग 90 दिन, और 2 दिन में रिफंड। ये बदलाव 1 मई से लागू हो गए हैं।

नई दिल्ली: इंडियन रेलवे ने ट्रेन टिकट बुकिंग में कुछ नए बदलाव किए हैं जो 01 मई से लागू हो गए हैं। इन बदलावों का मकसद यात्रियों की सुविधा बढ़ाना, टिकट बुकिंग के दुरुपयोग को कम करना, और डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देना है। ट्रेन यात्रा में सुरक्षा, पारदर्शिता, और कार्यक्षमता को बेहतर बनाने के लिए ये बदलाव किए गए हैं। आज से लागू होने वाले तीन मुख्य बदलावों के बारे में नीचे बताया गया है।

1. ओटीपी

आईआरसीटीसी पोर्टल या ऐप से टिकट बुक करते समय अब यात्रियों को ओटीपी देना होगा। पेमेंट गेटवे पर जाने से पहले, यात्रियों को अपने मोबाइल नंबर को ओटीपी से वेरीफाई करना होगा। यह नियम सभी यूजर्स के लिए लागू है, चाहे वो रजिस्टर्ड हों या नहीं। इससे यह सुनिश्चित होगा कि टिकट असली यात्री ही बुक कर रहा है, और सुरक्षा बढ़ेगी। 

2. एडवांस बुकिंग

एडवांस बुकिंग की अवधि 120 दिन से घटाकर 90 दिन कर दी गई है। 1 मई से, स्पेशल ट्रेनों और त्योहारों की स्पेशल ट्रेनों को छोड़कर, यात्री यात्रा से 90 दिन पहले ही टिकट बुक कर सकेंगे। रेलवे बोर्ड का मानना है कि इससे ट्रेनों के शेड्यूल और उपयोग में सुधार होगा। 

3. रिफंड

टिकट कैंसिल करने पर रिफंड अब 2 दिन के अंदर मिल जाएगा। पहले इसके लिए 5 से 7 दिन लगते थे। अब, बेहतर तकनीक और बैंकिंग सिस्टम की मदद से, यात्रियों को टिकट कैंसिल करने के 48 घंटे के अंदर रिफंड मिल जाएगा। यह नियम ऑनलाइन बुकिंग और काउंटर बुकिंग (जिनका बैंक अकाउंट से सीधा लिंक है) दोनों पर लागू होगा।