Airport भूल जाएंगे आप, घूम आएं भारत का पहला प्राइवेट रेलवे स्टेशन, जानें खासियत
Private railway stations in India: भारत में 7,308 से ज़्यादा रेलवे स्टेशन हैं। यहां पर एक प्राइवेट रेलवे स्टेशन है। जानें वो कौन सा है और उसकी खासियत।
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भारत में दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क
भारतीय रेलवे दुनिया के पाँच सबसे बड़े रेल नेटवर्क में से एक है। भारत में 7,308 से ज़्यादा रेलवे स्टेशन काम करते हैं। हर रोज़ 13,000 से ज़्यादा ट्रेनों में 2 करोड़ से ज़्यादा लोग सफ़र करते हैं।
भारतीय रेलवे स्टेशन लिस्ट
ज़्यादातर लोग ट्रेन से सफ़र करते हैं, इसलिए ये भारत सरकार की कमाई का एक बड़ा ज़रिया है। भारतीय रेलवे भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और देश का सबसे पॉपुलर और सस्ता ट्रांसपोर्ट है।
भारत सरकार के अंडर रेलेव का मैनेजमेंट
भारतीय रेलवे का मैनेजमेंट भारत सरकार ही देखती है। देश की सभी ट्रेनें भारत सरकार के अंडर में ही आती हैं। लेकिन भारत में एक प्राइवेट रेलवे स्टेशन भी है। वो कौन सा है, इसकी जानकारी यहां दी गई है।
भारत का प्राइवेट रेलवे स्टेशन
इस रेलवे स्टेशन पर इंटरनेशनल लेवल की सुविधाएँ हैं। इस रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति है। पहले इसे हबीबगंज रेलवे स्टेशन कहा जाता था। नवंबर 2021 में इसका नाम बदलकर रानी कमलापति रेलवे स्टेशन कर दिया गया।
प्राइवेट रेलवे स्टेशन पर मिलने वाली सुविधाएं
बहुत बड़ी पार्किंग, 24*7 बिजली, साफ़ पीने का पानी, AC कमरे, ऑफिस, दुकानें, हाई स्पीड एस्केलेटर, लिफ्ट, एंकर स्टोर, ऑटोमोबाइल शोरूम, कन्वेंशन सेंटर, होटल और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल।
ये रेलवे स्टेशन कहां है?
रानी कमलापति रेलवे स्टेशन मध्य प्रदेश के हबीबगंज में है। ये भोपाल के पास है। ये स्टेशन नई दिल्ली और चेन्नई के बीच सीधा कनेक्शन देता है। जून 2007 में इस स्टेशन को प्राइवेट किया गया था। इसे पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप में डेवलप किया गया है। सरकार और प्राइवेट कंपनी ने मिलकर इस स्टेशन को अपग्रेड किया है।
भारत का प्राइवेट रेलवे स्टेशन किसने बनाया है?
बंसल ग्रुप (एक प्राइवेट इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी) और IRSDC (Indian Railway Stations Development Corporation) साथ मिलकर काम कर रहे हैं। 15 नवंबर, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस स्टेशन का उद्घाटन किया था। इस स्टेशन का मैनेजमेंट एक प्राइवेट कंपनी करती है, लेकिन ये भारत सरकार के मालिकाना हक में है।
कितने करोड़ में बना भारत का प्राइवेट रेलवे स्टेशन ?
रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के रीडेवलपमेंट पर पूरे 450 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इससे सभी तरह की सुविधाएँ और इंटरनेशनल लेवल की सुविधाएँ दी गई हैं।
भारत के प्राइवेट रेलवे स्टेशन की खासियत
भीड़ को कंट्रोल करने के लिए अलग-अलग एंट्री और एग्जिट गेट बनाए गए हैं। 18वीं सदी की गोंड रानी, बहादुर और योद्धा रानी कमलापति के नाम पर इस रीडेवलप्ड रेलवे स्टेशन का नाम रखा गया है।