कर्नाटक में स्थित हनुमान जी के कुछ ऐसे रहस्यमयी मंदिर हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। पंचमुखी हनुमान से लेकर समुद्र तट के किनारे स्थित मंदिर तक, इन सभी का अपना एक अलग ही आकर्षण और इतिहास है।

दक्षिण भारत प्रसिद्ध मंदिरों के लिए जाना जाता है, यहां भगवान शिव, मां दुर्गा के कई रूप, मां लक्ष्मी और नारायण के अलावा यहां और भी देवी देवताओं के मंदिर है, जिसमें से एक है भगवान बजरंगबली का। अगर आप श्री हनुमान जी के सच्चे भक्त हैं और दक्षिण भारत में स्थित उनके सबसे खास और रहस्यमयी मंदिरों की यात्रा करना चाहते हैं, तो कर्नाटक में स्थित ये मंदिर आपकी लिस्ट में जरूर होने चाहिए। हर मंदिर का अपना एक अद्भुत इतिहास और शक्ति से जुड़ा एक्सपीरियंस है। तो चलिए आपको कर्नाटक के इन हनुमान मंदिर में ले जाते हैं और यहां के बारे में बताते हैं।

कर्नाटक के 5 प्रसिद्ध मंदिर ( 5 Famous Hanuman Temple Of Karnatak)

1. पंचमुखी अंजनेय स्वामी मंदिर, बीदनगेरे, कुनिगल (Panchamukhi Anjaneya Swamy Temple, Bidanagere Kunigal)

  • इस मंदिर की सबसे खास बात है हनुमान जी की पंचमुखी (पांच मुखों वाली) प्रतिमा।
  • ऐसा माना जाता है कि यहां पंचमुखी स्वरूप में बजरंग बली स्वयं प्रकट हुए थे — नरसिंह, गरुड़, वराह, हयग्रीव और हनुमान मुखों के साथ।
  • यह मंदिर भक्तों के बीच संकट मोचक और रक्षाकवच के रूप में प्रसिद्ध है।

2. श्री आदि शंकराचार्य शारदा लक्ष्मीनरसिंह पीठ (श्री मठ, हरिहरपुरा)

  • यह कोई साधारण मंदिर नहीं, बल्कि एक धार्मिक और वेदांत पीठ है जिसकी स्थापना आदि शंकराचार्य ने की थी।
  • यहां हनुमान जी का दर्शन, ज्ञान और भक्ति दोनों के संतुलन को दर्शाता है।
  • तुंगा नदी के किनारे बसे इस स्थान पर मन को अत्यंत शांति मिलती है।

3. होसनाडु कोड्याडका अन्नपूर्णेश्वरी मंदिर (Hosanadu Kodyadka Annapoorneshwari Temple)

  • मुख्य रूप से देवी अन्नपूर्णेश्वरी का यह मंदिर, अपनी विशाल मूर्ति, शांतिपूर्ण वातावरण और हरियाली के लिए जाना जाता है।
  • मंदिर प्रांगण में स्थित हनुमान जी का मंदिर भी अत्यंत प्रभावशाली है, जहां भक्त धैर्य, शक्ति और साहस की कामना करते हैं।
  • यह जगह आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर मानी जाती है।

4. प्रसन्न अंजनेय मंदिर, हंगलूर, कुंदापुर (Prasanna Anjaneya Temple, Hangalur Kundapura)

  • समुद्र तट के पास स्थित ये मंदिर, हनुमान जी की प्रसन्नता और तेजस्वी रूप को दर्शाता है।
  • यहां श्रद्धालु विशेष रूप से गुरुवार को आशीर्वाद लेने आते हैं, क्योंकि यह दिन हनुमान जी को समर्पित होता है।
  • मंदिर की शांति, आसपास की हरियाली और आध्यात्मिक वाइब इसे ध्यान और साधना के लिए आदर्श स्थान बनाती है।