अमरनाथ यात्रा २०२५ के लिए पूरी जानकारी, रजिस्ट्रेशन, रूट, सुरक्षा टिप्स और जरूरी सामान की सूची। 29 जून से 19 अगस्त तक चलने वाली इस यात्रा की तैयारी अभी से शुरू करें!

जम्मू-कश्मीर की बर्फीली वादियों में स्थित अमरनाथ गुफा हर साल लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करती है। यह यात्रा सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक और शारीरिक तपस्या है, जिसे हर साल लाखों भक्त करते हैं। 2025 में अमरनाथ यात्रा एक बार फिर श्रद्धा और सुरक्षा दोनों का संगम लेकर आई है। यदि आप भी बाबा बर्फानी के दर्शन की योजना बना रहे हैं, तो यह पूरी Travel Guide पढ़ना आपके लिए बेहुत जरूरी है।

1. अमरनाथ गुफा कहां है?

  • स्थान: दक्षिण कश्मीर, हिमालय की बर्फीली पहाड़ियों में
  • ऊंचाई: लगभग 3,888 मीटर (12,756 फीट)
  • गुफा की खासियत: यहां हर साल स्वयंभू बर्फ से बनी शिवलिंग (Ice Shivling) बनती है, जो धार्मिक आस्था का प्रतीक है।
  • अमरनाथ के निकटतम शहर की बात करें तो पहलगाम और सोनमर्ग यहां से काफी पास है।

2. अमरनाथ यात्रा 2025 कब से कब तक होगी?

  • शुरुआत: इस साल 29 जून 2025 (आषाढ़ पूर्णिमा) अमरनाथ यात्रा की शुरुआत हो चुकी है, जिसमें पहले जत्थे के लोग दर्शन के लिए निकल चुके हैं।
  • समापन: 19 अगस्त 2025 (रक्षा बंधन के दिन) इस यात्रा का समापन हो, जो फिर से अगले साथ आषाढञ पूर्णिमा के दिन से प्रारंभ होगा।
  • कुल 51 दिनों तक चलने वाली ये यात्रा दिन-रात सुरक्षा व्यवस्था और मौसम की निगरानी के साथ संपन्न होती है।

3. रजिस्ट्रेशन कैसे करें?

ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन:

वेबसाइट: https://jksasb.nic.in

जरूरी डॉक्यूमेंट:

  • हेल्थ सर्टिफिकेट (CHC - Compulsory Health Certificate)
  • फोटो ID (Aadhaar, Voter ID आदि)
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • रजिस्ट्रेशन स्लॉट प्रतिदिन सीमित होते हैं — जल्दी आवेदन करें।
  • इस लिंक में जाकर जरूरी डॉक्यूमेंट फिल करें और रजिस्ट्रेशन कंफर्म करें।

ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन:

  • SBI, PNB, J&K Bank और कुछ सहकारी बैंकों की शाखाओं पर जाकर आप रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।।
  • मेडिकल सर्टीफिकेट और फोटो ले जाना जरूरी है
  • बिना रजिस्ट्रेशन के यात्रा की अनुमति नहीं मिलेगी, इसलिए रजिस्ट्रेशन बहुत जरूरी है!

4. अमरनाथ यात्रा के दौरान 10 जरूरी सावधानियां (सेफ्टी टिप्स)

  • यात्रा से 1 महीना पहले से वॉकिंग/चढ़ाई का अभ्यास करें, ताकि जब अमरनाथ का पहाड़ चढ़ें तो आसानी से चढ़ पाएं।
  • मेडिकल टेस्ट और मेडिकल फिटनेस जरूर करवाएं, इसके बिना यात्रा का रजिस्ट्रेन नहीं हो पाएगा।
  • भारी सामान साथ न रखें, सिर्फ जरूरत की चीजें रखें, ताकि ऊपर पहाड़ चढ़ते वक्त पीठ-कमर पर जोर न पड़े।
  • बारिश व बर्फबारी के लिए वॉटरप्रूफ जैकेट और बूट पहनें, बारिश का मौसम है तो फैंसी चीजों का यहां कोई मतलब नहीं।
  • पानी की बोतल, एनर्जी बार और दवाइयां हमेशा साथ रखें, ताकि कमजोरी औरतबियत खराब होने पर इलाज किया जा सके।
  • ग्रुप में यात्रा करें और भीड़ से दूर न जाएं, नहीं तो यात्रा के दौरान खो भी सकते हैं।
  • घोड़ा/पालकी लेने से पहले सही दर और रसीद जरूर लें, ताकि ठगी से बचा जा सके।
  • ऊंचाई पर ऑक्सीजन लेवल कम होता है, इस बात का ध्यान रखें और ऑक्सीजन को मेंटन करने वाली चीजें भी साथ में रखें।
  • सभी निर्देशों का पालन करें, आर्मी व पुलिस की बात मानें, तभी आप सुरक्षित रह पांगे, नहीं तो खतरा हो सकता है।
  • मौसम खराब हो तो रुक जाएं, जल्दबाज़ी न करें, नहीं तो यात्रा में फंस सकते हैं।

5. अमरनाथ यात्रा के लिए ट्रैवल किट में रखें ये जरूरी चीजें

  • गर्म कपड़े (थर्मल, स्वेटर, जैकेट)
  • वाटरप्रूफ रेनकोट, ट्रेकिंग शूज
  • सनस्क्रीन, लिप बाम, चश्मा
  • फर्स ऐड कीट विथ रेगुलर मेडेसिन
  • टॉर्च, पॉवर बैंक
  • खाने के लिए ड्राई फ्रूट्स, एनर्जी बार
  • ID प्रूफ, रजिस्ट्रेशन कॉपी, हेल्थ सर्टिफिकेट
  • मोबाइल नेटवर्क की सीमाएं जानकर ही चलें (BSNL बेहतर नेटवर्क है)

6. अमरनाथ यात्रा के 2 प्रमुख रूट और उनके पड़ाव

1. पहलगाम रूट (लगभग 48 किमी)

  • बेस कैंप: चंदनवाड़ी
  • प्रमुख पड़ाव:
  • चंदनवाड़ी
  • पिस्सू टॉप
  • शेषनाग
  • पंचतरणी
  • अमरनाथ गुफा

इस रूट पर सुविधाएं ज्यादा हैं, रास्ता थोड़ा लंबा पर दूसरे रास्ते के मुकाबले आसान।

2. बालटाल रूट (लगभग 14 किमी)

  • बेस कैंप: बालटाल
  • प्रमुख पड़ाव:
  • डोमेल
  • बरारीमार्ग
  • संगम
  • अमरनाथ गुफा

जल्द पहुंचने के लिए ये रूट उपयुक्त है, पर चढ़ाई खड़ी और कठिन है।

कैसे पहुंचें?

हवाई मार्ग: निकटतम एयरपोर्ट श्रीनगर (90 किमी)

रेल मार्ग: जम्मू तवी रेलवे स्टेशन (लगभग 270 किमी)

सड़क मार्ग: जम्मू/श्रीनगर से टैक्सी और बसें उपलब्ध