When to give mobile to kids according to Premanand Maharaj: प्रेमानंद महाराज बच्चों को मोबाइल देने की सलाह देते हैं, लेकिन साथ ही अध्यात्म से जोड़ने पर भी ज़ोर देते हैं। आधे घंटे का अध्यात्म बच्चों को गलत रास्ते पर जाने से रोक सकता है।
Spiritual parenting tips by Premanand Maharaj: वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज के प्रवचन को सुनना ज्यादातर लोगों को पसंद है और वह उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रयास भी करते हैं। ऐसे में आज के दौर में बच्चों के मोबाइल इस्तेमाल करने के बारे में जब प्रेमानंद महाराज से पूछा गया, तो उन्होंने इसके बारे में क्या कहा आइए हम आपको बताते हैं और दिखाते हैं उनका वायरल वीडियो...
क्या बच्चों को मोबाइल देना सही (Premanand Maharaj on mobile use by children)
इंस्टाग्राम पर bhajanmarg_official नाम से बने पेज पर प्रेमानंद महाराज का वीडियो शेयर किया गया हैं। इसमें एक भक्त उनसे पूछते हैं कि बच्चों को मोबाइल देना मजबूरी हो गया है क्या करें? जिसके जवाब में प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि बच्चों को मोबाइल दीजिए, लेकिन उनको शिक्षा दीजिए कि गलत चैप्टर मोबाइल में ना देखें। उनको सत्संग सुनाएं, उनको नाम जप करवाएं। जब तक बच्चा अध्यात्म से नहीं जुड़ेगा, तब तक नहीं होगा। उन्होंने यह भी कहा ऐसे कई बच्चे हैं, जो अध्यात्म से जुड़े हैं, कोई भी गलत आचरण नहीं करते हैं और हष्ट पुष्ट हैं।
बच्चों को अध्यात्म से कैसे जोड़े (parenting with spirituality)
जब भक्त ने प्रेमानंद महाराज से पूछा कि बच्चों के पास समय कहां होता है सुबह स्कूल, शाम को कोचिंग। ऐसे में अध्यात्म का समय कहां है? जिसके जवाब में प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि दिन में केवल 30 मिनट अध्यात्म के लिए निकालिए, 12 घंटे पढ़ाई करें, 6 घंटे सोएं, 2 घंटा खाने और 1 घंटा मनोरंजन के बाद भी 3 घंटे का समय आपके पास होता है।
बच्चों को समय की कीमत समझाएं (connect kids to spirituality daily)
प्रेमानंद महाराज ने यह भी कहा कि बच्चों को समय की कीमत समझाना बहुत जरूरी है। अगर बच्चों को शासन में रखा जाए, प्यार किया जाए तो बच्चे सत मार्ग पर चलकर अध्यात्म से जुड़ सकते हैं।
अगर आप भी बच्चों को मोबाइल देने से कतराते हैं, तो उन्हें मोबाइल जरूर दीजिए, लेकिन उसके इस्तेमाल का सही तरीका बताएं और 24 घंटे में से आधा घंटा अध्यात्म से जुड़ने, नाम जप करने के लिए कहें, ताकि उनका मन गलत आचरण में ना लगे।