सार

Emotionally and Mentally Strong: भावनात्मक मज़बूती, ज़िंदगी की हर जंग जीतने की कुंजी है। खुद से प्यार करना और सकारात्मक सोच अपनाकर, आप मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं और जीवन की चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।

Mentally Strong: हम अक्सर दूसरों का ख्याल रखने में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि खुद को भूल जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि शरीर के साथ-साथ अपने भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना कितना जरूरी है। कहते हैं, "मन के हारे हार है, मन के जीते जीत" यानी अगर आपका मन शांत है, तो आप ज़िंदगी की कोई भी जंग जीत सकते हैं। भावनात्मक रूप से मज़बूत होने से आप ज़िंदगी में हर क्षेत्र में सफलता पा सकते हैं और आपकी पर्सनालिटी भी ऐसी बनती है कि लोग आपके आस-पास रहना और आपसे बात करना पसंद करते हैं।

भावनात्मक रूप से मज़बूत होने से आप ज़िंदगी में हर समस्या का सामना आसानी से कर सकते हैं और आपका आत्मविश्वास भी बरकरार रहता है। इस हालत में आप नए लोगों से मिलने और बात करने में हिचकिचाते नहीं हैं और यह व्यवहार पर्सनालिटी को भी बेहतर बनाता है। खुद को भावनात्मक रूप से मज़बूत बनाने के लिए कुछ आसान तरीके अपनाएं।

अगर आप भावनात्मक रूप से मज़बूत बनना चाहते हैं, तो आजमाएं ये 5 आसान तरीके

सकारात्मक सेल्फ़ टॉक (Positive Self Talk)

खुद से बात करते समय हम अक्सर अपनी कमियाँ गिनाते हैं और दूसरों से अपनी तुलना करते हैं, जिससे कहीं न कहीं हमारा आत्मविश्वास कम होता है। न्यूरो लिंग्विस्टिक प्रोग्रामिंग के अनुसार, अगर हम खुद से बात करने के तरीके को बदल दें, तो इससे हमारा भावनात्मक स्वास्थ्य बेहतर होता है।

आईने में खुद से बात करना (Talking to yourself in the mirror)

अपने दिन की शुरुआत सकारात्मक बातों से करें। क्या आपने कभी सोचा है कि आईने में खड़े होकर खुद से बात करना या खुद की तारीफ करना आपके खुद के बारे में सोचने के तरीके को बदल सकता है। तो हां, सुबह आईने के सामने खड़े होकर खुद से कहें कि मैं खुद को सपोर्ट करने की कोशिश करता हूं, मैं खुद को बेहतर बनाने पर ध्यान दे रहा हूं। यह छोटी सी बात आपके अंदर छिपे डर, आत्मविश्वास की कमी को ठीक कर देगी और आपका खुद से रिश्ता मजबूत हो जाएगा।

अपनी भावनात्मक स्थिति को पहचानना (Recognizing your emotional state)

दिन भर हम कई लोगों से पूछते हैं कि आप कैसे हैं, लेकिन खुद से पूछें कि आप कैसे हैं, क्या आप मानसिक और शारीरिक रूप से ठीक महसूस कर रहे हैं। इससे आपको खुद को बेहतर तरीके से पहचानने में मदद मिलेगी।

लोगों से बात करना (Talking to people)

आपको अपने परिवार और दोस्तों के साथ बैठकर कुछ समय बिताना चाहिए। लोगों से बात करने से न केवल आपको नई जानकारी मिलती है बल्कि आप अपनी भावनाओं को भी साझा कर पाते हैं, जिससे आपका मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है।

गहरी सांस लेना (Taking deep breaths)

अगर आपको कभी भी घबराहट महसूस हो रही है तो अपने सीने पर हाथ रखें और एक मिनट तक गहरी साँस लें और खुद से कहें कि मैं यहाँ हूँ और मैं सुरक्षित हूँ। ऐसा करने से आपको अच्छा लगेगा और आपका मन भी शांत रहेगा।